याद पिया की आए… जैसे गीतों के लोकप्रिय गायक उस्ताद राशिद खान के निधन से प्रधानमंत्री सहित पूरा देश दुखी

कोलकाता: पद्म विभूषण और संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित उस्ताद राशिद खान नहीं रहे. उनके निधन की खबर सुनते ही देश भर में शोक की लहर व्याप्त हो गई. 'आओगे जब [...]

2024-01-29T14:24:53+05:30Tags: , , , , |

करुणा, सहानुभूति जैसी मानवीय संवेदनाएं पाठ्यपुस्तकों से नहीं, बल्कि जीवन अनुभवों से आती हैं: धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली: करुणा, सहानुभूति आदि जैसी गहरी मानवीय संवेदनाएं पाठ्यपुस्तकों से नहीं, बल्कि जीवन के अनुभवों से आती हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 आगामी पीढ़ी को राष्ट्र और समाज प्रथम की भावना के आधार [...]

2024-01-29T14:25:40+05:30Tags: , , , |

भोजपुरी के इस राम गीत में लोकगीतों के मिट्टी की खुशबू और अलग मिठास है, अपनापन है: अनूप जलोटा

नई दिल्लीः अयोध्या में श्री राम मंदिर का उद्घाटन और नए विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हिंदी में गीतों की बहार आ गई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हर [...]

2024-01-29T14:25:38+05:30Tags: , , , |

मृदुला गर्ग को नीलिमारानी साहित्य सम्मान से सम्मानित, बिजय कुमार नायक को कादम्बिनी साहित्य सम्मान 2024

भुवनेश्वर: वरिष्ठ साहित्यकार मृदुला गर्ग को कादंबिनी साहित्य महोत्सव और पत्रिका हाट के दौरान नीलिमारानी साहित्य सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर राष्ट्रपति के अतिरिक्त प्रेस सचिव, लेखक बिजय कुमार [...]

2024-01-29T14:25:54+05:30Tags: , , |

देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म और योग के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी: मुख्यमंत्री धामी

देहरादून: "देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म और योग की भूमि होने के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी है." यह बात राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय कौलागढ़ रोड पर स्थित [...]

2024-01-29T14:26:40+05:30Tags: , , , , , |

बेंगलुरु में ‘दिव्य कला शक्ति: दिव्यांगों की क्षमताओं का साक्षी’ विषय पर प्रतिभा, लोच और समावेशिता का उत्सव

बेंगलुरु: कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने रवींद्र कला क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम 'दिव्य कला शक्ति: दिव्यांगों की क्षमताओं का साक्षी' विषय पर प्रतिभा, लोच और समावेशिता के उत्सव [...]

2024-01-29T14:26:38+05:30Tags: , , , |

धर्म को लेकर लोगों में भ्रांत धारणाएं बनी हुई हैं, उपासना पद्धति धर्म नहीं होती: सरसंघचालक डा मोहन भागवत

नई दिल्ली: "भाषा लोगों के दिलों के साथ-साथ समाज को जोड़ने का प्रमुख साधन है. साहित्य की रचना केवल स्वांत सुखाय ना होकर बहुजन हिताय होनी चाहिए. भाषा का सम्मान समुचित [...]

2024-01-29T14:26:35+05:30Tags: , , , |

‘जिस रचना को हम पढ़ते हैं, कहीं ना कहीं रचनाकार उसे जी चुका होता है: प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे

इंदौर: वनमाली सृजन पीठ ने कथा, कहानी, रचनाओं के निरंतर पठन-पाठन का जो सिलसिला शुरू किया था, वह लगातार जारी है. इसी क्रम में कथा बैठकी हुई, जिसमें वरिष्ठ साहित्यकारों ने भी शिरकत की [...]

2024-01-29T14:26:33+05:30Tags: , , |

जयपुर बुकमार्क में अनुवाद और विश्व साहित्य को आपस में मिलाने की कोशिशों पर बल दिया जाएगा: नमिता गोखले

नई दिल्ली: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के समानांतर चलने वाला जयपुर बुकमार्क अपने 11वें संस्करण के लिए तैयार है. यह जानेमाने प्रकाशकों, लिटरेरी एजेंटों, संपादकों, अनुवादकों और पुस्तक विक्रेताओं को एक छत के नीचे लेकर [...]

2024-01-29T14:26:30+05:30Tags: , , , |

भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों पर बल देने के लिए ‘प्रेरणा: अनुभव पर आधारित एक शिक्षा कार्यक्रम’ की शुरुआत

नई दिल्ली: भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 'प्रेरणा: अनुभव पर आधारित एक शिक्षा कार्यक्रम' की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को एक सार्थक, अद्वितीय और [...]

2024-01-29T14:27:18+05:30Tags: , , |
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