नई दिल्ली: भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने ‘प्रेरणा: अनुभव पर आधारित एक शिक्षा कार्यक्रम’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को एक सार्थक, अद्वितीय और प्रेरणादायक अनुभव प्रदान करना है, जिससे उन्हें नेतृत्व के गुणों के साथ सशक्त बनाया जा सके. प्रेरणा भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों और मूल्य-आधारित शिक्षा के दर्शन को जोड़ने की गहरी प्रतिबद्धता से प्रेरित है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की आधारशिला भी है. ‘प्रेरणा’, नौवीं से बारहवीं कक्षा के चयनित छात्रों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला आवासीय कार्यक्रम है. यह सर्वोत्तम श्रेणी की तकनीक के साथ छात्रों के लिए एक अनुभवात्मक और प्रेरणादायक शिक्षण कार्यक्रम है, जहां विरासत और नवाचार का मिलन होता है. देश के विभिन्न हिस्सों से हर सप्ताह 20 चयनित छात्रों 10 लड़के और 10 लड़कियों का एक बैच इस कार्यक्रम में भाग लेगा. प्रेरणा कार्यक्रम 1888 में गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में स्थापित वर्नाक्युलर स्कूल से शुरू होगा. यह स्कूल वडनगर की अदम्य भावना को सम्मान देता है. एक जीवंत शहर जिसने भूकंप और प्राकृतिक आपदाओं जैसी चुनौतियों पर विजय प्राप्त की और यह प्राचीन विरासत स्थलों और स्मारकों का घर है, जो प्रारंभिक ऐतिहासिक काल और आधुनिक समय से बसे हुए हैं. स्कूल इस तथ्य का प्रतीक है कि असाधारण जीवन की जड़ें अक्सर सामान्य नींव में पाई जाती हैं.

 

आईआईटी गांधी नगर द्वारा तैयार प्रेरणा स्कूल का पाठ्यक्रम भारत की समृद्ध सभ्यता के कालातीत ज्ञान पर आधारित नौ मूल्य आधारित विषयों पर बना है: स्वाभिमान और विनय, शौर्य और साहस, परिश्रम और समर्पण, करुणा और सेवा, विविधता और एकता, सत्यनिष्ठा और शुचिता, नवाचार और जिज्ञासा, श्रद्धा और विश्वास, और स्वतंत्रता और कर्तव्य. उपरोक्त विषयों पर आधारित कार्यक्रम युवाओं को प्रेरित करेगा और भारत की विविधता में एकता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देगा, ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना को मूर्त रूप देगा और आज के युवाओं को विकसित भारत के लिए एक मशाल धारक बनाने में योगदान देगा. इस प्रयास के लिए, प्रतिभागियों को प्रतिष्ठित संस्थानों के सलाहकारों द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा. दिन-वार कार्यक्रम अनुसूची में योग, सचेतन और ध्यान सत्र शामिल होंगे, इसके बाद अनुभव आधारित शिक्षा, विषयगत सत्र और दिलचस्प शिक्षण गतिविधियाँ कार्यक्रम शामिल होंगे. शाम के कार्यों में प्राचीन और विरासत स्थलों का दौरा, प्रेरणादायक फिल्म स्क्रीनिंग, मिशन जीवन रचनात्मक गतिविधियां, प्रतिभा शो आदि शामिल होंगे जो समग्र शिक्षण दृष्टिकोण सुनिश्चित करेंगे. इसके अलावा, छात्र विविध गतिविधियों में संलग्न होंगे, स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों, नवीनतम अत्याधुनिक तकनीकों और प्रेरणादायक व्यक्तित्वों से सीखेंगे. छात्र पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं.