संस्मरण: डॉ शिवमंगल सिंह से वह मुलाकात जो याद रह गई
बात 2 दशक से भी अधिक पुरानी है. मेरी प्रथम काव्य कृति का प्रकाशन होने वाला था. बस एक ही सपना था [...]
‘समन्वय’ में ‘आदिवासियत: पहचान और साहित्य’ विषय पर हुई परिचर्चा, पूर्वजों की यह संस्कृति महत्त्वपूर्ण
नई दिल्ली: स्थानीय इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित भारतीय भाषाओं के तीन दिवसीय जलसे 'समन्वय' में 'आदिवासियत: पहचान और साहित्य' विषय पर परिचर्चा हुई. [...]
जयपुर साहित्य महोत्सव ने जारी की तीसरी सूची, 25 वक्ताओं के नाम जानें यहां
नई दिल्ली: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ने तीसरी सूची जारी कर दी है. अगले साल एक से 5 फरवरी तक जयपुर में होने [...]
श्रम की देते चलो आहुति… साहित्य उन्नयन संघ ने महाराजगंज में कवि सम्मेलन किया आयोजित
गाजीपुर: साहित्य उन्नयन संघ ने महाराजगंज स्थित एक विद्यालय परिसर में विशाल कवि सम्मेलन एवं प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया. [...]
बसंती पवार की 5 पुस्तकों का विमोचन, उनका रचना संसार मीरा बाई और लक्ष्मी कुमारी चुण्डावत सरीखा
जोधपुर: साहित्य के क्षेत्र में अनुवाद एक विशिष्ट विधा रूपी आलोक है, जो लेखक और पाठक के बीच भाषाई बाधा को [...]
जीवन के निर्माण के लिए नैतिकता और जीवन-मूल्यों की आधारशिला भी अनिवार्य है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
पुट्टपर्थी: "प्रशान्ति का अर्थ होता है प्रकृष्ट शांति, अर्थात गहरी आध्यात्मिक शांति. ऐसी आध्यात्मिक शांति की परंपरा से युक्त स्थान होने के [...]
प्रोफेसर राम शंकर त्रिपाठी ने साहित्य को सिर्फ लिखने-पढ़ने तक सीमित नहीं रखा, बल्कि जिया भी
अयोध्या: नगर के प्रसिद्ध साहित्यकार और साकेत महाविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राम शंकर त्रिपाठी के महाप्रयाण पर स्थानीय [...]
हमारी संस्कृति, हमारा आधार, देशवासी भारत के प्राचीन ज्ञान व उपलब्धियों पर गर्व करें: उपराष्ट्रपति धनखड़
नई दिल्ली: "किसी व्यक्ति की जेब को मजबूत करने की जगह हमें उनके दिमाग और क्षमताओं को सुदृढ़ करना चाहिए." उपराष्ट्रपति जगदीप [...]
मोहब्बत में जुनूं की आजमाइश कौन करता है, हो खंडहर दिल तो… साहित्य अकादेमी का ‘नारी चेतना’ कार्यक्रम
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी ने 'नारी चेतना' कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उर्दू की पांच मशहूर शायरा शबाना नजीर, इफ्फत जर्री, अना देहलवी, रेशमा जैदी और [...]
भारत विभिन्न भाषाओं और साहित्य का एक सुंदर उद्यान, ये वे सूक्ष्म धागे जो राष्ट्र को बांधते हैं: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
बारीपदा: "साहित्य किसी समुदाय की संस्कृति का दर्पण होता है. लेखक समाज के सजग प्रहरी होते हैं. वे अपने कार्यों से [...]
कथाकार पेरुमल मुरुगन और अनुवादक जननी कन्नन की अनुपस्थिति में प्रकाशक, संपादक ने लिया जेसीबी साहित्य पुरस्कार
नई दिल्ली: लेखक पेरुमल मुरुगन के उपन्यास 'फायर बर्ड' को वर्ष 2023 के जेसीबी साहित्य पुरस्कार से नवाजा गया है. राष्ट्रीय राजधानी के एक [...]
अहसास का मधुमास लिए बैठी हूं… समरस साहित्य सृजन संस्थान एवं जयपुर काव्य साधक की संयुक्त कवि-गोष्ठी
जयपुर: 'मात शारदे वीणा-पाणि हे कल्याणी! आज झमाझम करदे मां. यहां वहां हरियाली हो, खुशहाली हो. हर दिन होली, हर दिन ईद-दिवाली हो.' डाक्टर [...]