ई-संवादी2023-02-03T16:12:06+05:30

यतीन्द्र मिश्र की पुस्तक ‘गुलज़ार सा’ब: हज़ार राहें मुड़ के देखीं…’ का मुंबई में लोकार्पण, जुटे तमाम दिग्गज

By |January 12th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , |

मुंबईः आस्कर और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित निर्माता, गीतकार और कवि गुलज़ार साब की जानेमाने लेखक यतीन्द्र मिश्र द्वारा [...]

भक्ति साहित्य में व्याप्त दर्शन की भावना सबको एकात्म और सहिष्णुता का संदेश देती है: उल्फ़त मुहीबोवा

By |January 12th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , |

नई दिल्लीः साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित प्रवासी मंच कार्यक्रम में ताशकंद से पधारी विद्वान उल्फ़त मुहीबोवा ने शिरकत की और [...]

चेहरे पर बिखरे हुए दुख के धागे… लिखने वाले कवि मलय का न होना हिंदी साहित्य की बड़ी क्षति है

By |January 12th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , |

जबलपुर: चेहरे पर बिखरे हुए, दुख के धागे, गोया लिखी काली रेखाएं, धुआं-सी... जैसी मानवीय सरोकार की रचनाओं से हिंदी को समृद्ध करने [...]

आज प्रत्येक राम को एक लक्ष्मण की जरूरत है: विदेश मंत्री एस जयशंकर की पुस्तक ‘व्हाई भारत मैटर्स’ का विमोचन

By |January 11th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , |

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी पुस्तक 'व्हाई भारत मैटर्स' के विमोचन अवसर पर बताया कि उनकी पुस्तक में महाकाव्य [...]

माई हो ललनवा दे दा… जैसे देशभक्ति गीत से हर भोजपुरी दिल में जगह बना लेने वाले पं हरिराम द्विवेदी नहीं रहे

By |January 11th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , |

वाराणसी: 'माई हो ललनवा दे दा, बाबू हो सुगनवा दे दा, देसवा के करनवा अपने, बहिनि हो बिरनवा दे दा...' जैसे हजारों कालजयी भोजपुरी गीतों [...]

कुल 44 किताबों के साथ निर्मल वर्मा पुन: राजकमल के लेखक हैं: अशोक महेश्वरी और गगन गिल के बीच करार

By |January 11th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , |

नई दिल्ली: आधुनिक हिंदी के प्रमुख हस्ताक्षरों में निर्मल वर्मा की किताबें वर्ष 2005 तक राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित होती रहीं. अब 18 साल [...]

याद पिया की आए… जैसे गीतों के लोकप्रिय गायक उस्ताद राशिद खान के निधन से प्रधानमंत्री सहित पूरा देश दुखी

By |January 11th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , , |

कोलकाता: पद्म विभूषण और संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित उस्ताद राशिद खान नहीं रहे. उनके निधन की खबर सुनते ही [...]

करुणा, सहानुभूति जैसी मानवीय संवेदनाएं पाठ्यपुस्तकों से नहीं, बल्कि जीवन अनुभवों से आती हैं: धर्मेंद्र प्रधान

By |January 11th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , |

नई दिल्ली: करुणा, सहानुभूति आदि जैसी गहरी मानवीय संवेदनाएं पाठ्यपुस्तकों से नहीं, बल्कि जीवन के अनुभवों से आती हैं. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 आगामी [...]

भोजपुरी के इस राम गीत में लोकगीतों के मिट्टी की खुशबू और अलग मिठास है, अपनापन है: अनूप जलोटा

By |January 11th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , |

नई दिल्लीः अयोध्या में श्री राम मंदिर का उद्घाटन और नए विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हिंदी में गीतों [...]

मृदुला गर्ग को नीलिमारानी साहित्य सम्मान से सम्मानित, बिजय कुमार नायक को कादम्बिनी साहित्य सम्मान 2024

By |January 9th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , |

भुवनेश्वर: वरिष्ठ साहित्यकार मृदुला गर्ग को कादंबिनी साहित्य महोत्सव और पत्रिका हाट के दौरान नीलिमारानी साहित्य सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया. [...]

देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म और योग के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी: मुख्यमंत्री धामी

By |January 9th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , , , |

देहरादून: "देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म और योग की भूमि होने के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी है." यह बात राज्य के [...]

बेंगलुरु में ‘दिव्य कला शक्ति: दिव्यांगों की क्षमताओं का साक्षी’ विषय पर प्रतिभा, लोच और समावेशिता का उत्सव

By |January 9th, 2024|Categories: ई-संवादी|Tags: , , , |

बेंगलुरु: कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने रवींद्र कला क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम 'दिव्य कला शक्ति: दिव्यांगों [...]

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