ई-संवादी2023-02-03T16:12:06+05:30

‘खेल और मानवाधिकार: खिलाड़ियों के अधिकारों की सुरक्षा और कल्याण’ विषय पर ओपन हाउस चर्चा संपन्न

By |November 7th, 2024|Categories: ई-संवादी|

नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने 'खेल और मानवाधिकार: खिलाड़ियों के अधिकारों की सुरक्षा और कल्याण' विषय पर हाइब्रिड मोड में एक [...]

साहित्य अकादेमी के सचिव ने राष्ट्र की सुरक्षा, एकता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए दिलाई शपथ

By |November 7th, 2024|Categories: ई-संवादी|

नई दिल्ली: राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर साहित्य अकादेमी ने राजधानी नई दिल्ली स्थित कार्यालय रविंद्र भवन में राष्ट्रीय [...]

मंच पर उतरे लोकगीतों के विविध रंग

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

जासं, गोरखपुर : साहित्य, मनोरंजन, कला, रचनाधर्मिता, इतिहास आद गंभीर विषयों से होता हुआ जागरण संवादी के विमर्श का मंच जब पहले दिन के अंतिम [...]

यूपी वालों संभल जाओ, बंटोगे तो कटोगे

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

उमेश पाठक l जागरण गोरखपुर : राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता पवन मल्होत्रा के साथ बातचीत का सत्र रोमांच से भरा [...]

’माना कि सफर मुश्किल है, मगर भागो मत…

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

सुधांशु त्रिपाठीl जागरण गोरखपुर : शहर-ए-फिराक में रचनाधर्मिता की स्वस्थ, सचेत और समर्थ परंपरा रही है। रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी और [...]

अब अपराध नहीं शिक्षा के केंद्र से गोरखपुर की पहचान

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

अरुण चन्द l जागरण गोरखपुर: चार दशक में ही कैसे गोरखपुर ने अपराध और अनजाने डर के माहौल वाली अपनी पहचान बदलकर [...]

साहित्य, संस्कृति और आध्यात्म, हर रंग से सराबोर है गोरक्षनगरी

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

डा. राकेश राय, जागरण गोरखपुर : एक ऐसा शहर जिसने सबको अपना बनाया और सबके लिए अपना बन गया। जो भी [...]

युवा प्रतीक्षा नहीं करता, ढूंढ़ लेता है अपनी चाहत का साहित्य

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

प्रभात कुमार पाठकl जागरण गोरखपुर: ‘तुमने जहां प्रेम लिखा है, वहां सड़क लिख दो...मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता, हमारे युग का मुहावरा है’। [...]

हिंदी की अविरल धारा के आगे टिक नहीं सकते अवरोध : प्रो. विश्वनाथ

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : संवाद केवल मनुष्य की विशेषता है, दूसरे प्राणियों में न्यूनतम संवाद होता है। यह लोकतंत्र की विशेषता है, दूसरी [...]

सजा विचारों का मेला, अभिव्यक्ति के उत्सव का हर रंग अलबेला

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

आशुतोष मिश्र, जागरण गोरखपुर: उत्सव अभिव्यक्ति का, जहां मंच और वक्ता संग हर श्रोता संवादी है। सतत संवाद से समृद्ध भारतीय ज्ञान [...]

अद्वितीय है जागरण का संवादी : रवि किशन

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : संवादी में पहुंचे सदर सांसद और अभिनेता रविकिशन शुक्ल मो. रफी के शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में [...]

…तेरी आंखों में प्यार ही प्यार बेशुमार

By |November 6th, 2024|Categories: ई-संवादी|

दुर्गेश त्रिपाठी l जागरण गोरखपुर : शानदार आवाज...यादगार इतिहास और दमदार सुर की जुगलबंदी ने ऐसा समां बांधा कि मो. रफी को [...]

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