आजाद भारत में सर्वाधिक प्रासंगिक लेखन राजेंद्र यादव का: ‘उपन्यास और वर्चस्व की सत्ता’ विषय पर वीरेंद्र यादव

लखनऊ: किताब उत्सव का एक सत्र आलोचक वीरेंद्र यादव से उनकी किताब 'उपन्यास और वर्चस्व की सत्ता' पर चर्चा का रहा. प्रोफेसर सूरज बहादुर थापा ने उनसे बातचीत की. इस संवाद में [...]

जिलाधिकारी, जन-प्रतिनिधियों और जन-आकांक्षाओं के प्रति पूरी तरह जिम्मेदार होता है: आलोक रंजन

लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित 'किताब उत्सव' के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन से उनकी पुस्तक 'जिलाधिकारी' पर अशोक शर्मा ने बातचीत की. रंजन ने कहा कि जिलाधिकारी [...]

आर्थिक जरूरत और भौतिकता के मायावी चक्रव्यूह में फंसकर लोग आत्म के स्तर पर निर्वासित हो रहे

लखनऊ: राजकमल प्रकाशन समूह द्वारा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित 'किताब उत्सव' के दौरान अखिलेश के उपन्यास 'निर्वासन' पर केंद्रित चुनिंदा आलेखों की एक पुस्तक का लोकार्पण [...]

अमृतलाल नागर के लिए इतिहास बेहद महत्त्वपूर्ण तत्त्व, इसके सहारे वे सांस्कृतिक उन्नयन पर काम कर रहे थे

लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित 'किताब उत्सव' के दौरान अमृतलाल नागर के कृतित्व पर एक सत्र हुआ, जिसमें प्रोफेसर सूरज थापा ने नागर के सृजनकर्म के बारे में विस्तार से कई [...]

राहुल सांकृत्यायन के जीवन में दो चीजें कभी नहीं छूटीं, पहली थी ज्ञान की तलाश और दूसरी थी घुमक्कड़ी

लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित 'किताब उत्सव' में एक सत्र महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जीवनी पर था. इस सत्र में लेखक अशोक कुमार पाण्डेय से कवि विशाल श्रीवास्तव ने बातचीत [...]

साहित्य, साहित्यकार और उनके रचना संसार पर चर्चा और पुस्तकों का लोकार्पण ‘किताब उत्सव’ का आकर्षण

लखनऊ: अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित 'किताब उत्सव' के दौरान कई संवाद सत्र भी हो रहे हैं, जिनके साहित्य, साहित्यकार और उनके रचना संसार पर व्यापक चर्चाएं हो रही हैं. इस दौरान 'हमारा शहर [...]

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