आचार्य द्विवेदी की रचनाएं आज अधिक प्रासंगिक: ‘मनुष्य ही साहित्य का लक्ष्य है’ संगोष्ठी में अशोक वाजपेयी
नई दिल्ली: "आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की रचनाएं दशकों पहले जितनी प्रासंगिक थीं, आज उससे कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि आचार्य द्विवेदी किस स्तर के [...]