अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के 27वें अधिवेशन में मनोज भावुक बने सम्मेलन के कला मंत्री

जमशेदपुर: अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के 27वें अधिवेशन, जो स्वर्ण जयंती वर्ष में आयोजित हुआ के दौरान कवि, कलाकार मनोज भावुक को संस्था की नई कार्यकारिणी में 'कला मंत्री' नियुक्त किया गया. लगभग ढाई [...]

2024-01-29T14:37:37+05:30Tags: , , , , |

जीवन के दुख-सुख की नामालूम-सी तरंगें हरीश पाठक की कहानियों का आधार: दिलीप मनुभाई झावेरी

मुंबई: असगर वजाहत की अध्यक्षता में गुजराती, उर्दू और मराठी के दिग्गजों ने पत्रकार और लेखक हरीश पाठक के संग्रह 'मेरी कहानियां' का लोकार्पण किया. इस अवसर पर आयोजित विमर्श में उर्दू के [...]

2024-01-29T14:37:54+05:30Tags: , , , |

मुंबई विश्वविद्यालय विद्या नगरी परिसर कलिना में सुदर्शना द्विवेदी की ‘कुछ रंग कुछ कहानियां का विमोचन

सांताक्रूज: मुंबई विश्वविद्यालय विद्या नगरी परिसर कलिना में सुदर्शना द्विवेदी की पुस्तक 'कुछ रंग कुछ कहानियां' का विमोचन हुआ. इस अवसर पर मुंबई के जानेमाने पत्रकार, गीतकार, लेखक, अभिनेता उपस्थित थे. इनमें मशहूर अभिनेता मनोज [...]

2024-01-29T14:38:02+05:30Tags: , , |

भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला की शोध विचार की पत्रिका ‘चेतना’ का लोकार्पण दिल्ली में संपन्न

शिमला: भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान की शोध विचार की पत्रिका 'चेतना' का लोकार्पण दिल्ली में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष प्रो विनय सहस्रबुद्धे, संस्थान के अध्यक्ष प्रो शशिप्रभा कुमार, उपाध्यक्ष प्रो शैलेन्द्र राज [...]

2024-01-29T14:38:19+05:30Tags: , , |

शैलेन्द्र आग और राग के कवि, उन्हें जितना सम्मान देश में मिलना चाहिए था अब तक नहीं मिला: इंद्रजीत सिंह

पटना: स्थानीय जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान में एक समारोह में गीतकार शैलेन्द्र याद किए गए. कार्यक्रम में शैलेन्द्र की पुत्री अमला मजूमदार और कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु [...]

2024-01-29T14:38:30+05:30Tags: , , , |

‘सभी के लिए पुस्तकें’ थीम के साथ सजे नौ दिवसीय गोमती पुस्तक महोत्सव ने लखनऊ वासियों का जीता दिल

लखनऊ: गोमती किनारे उत्तर प्रदेश में पुस्तकों का सबसे बड़ा महोत्सव लखनऊवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा.. नौ दिवसीय इस महोत्सव में देश-विदेश के प्रख्यात साहित्यकारों का जमावड़ा [...]

2024-01-29T14:38:43+05:30Tags: , , |

सोशल मीडिया के आने से एक खास किस्म का लोकतंत्रीकरण हुआ है: ‘पाठक के अधिकार’ विषय पर परिचर्चा

नई दिल्ली: पाठक के अधिकार ही लेखक का कर्त्तव्य होता है. लेखक को हमेशा पाठक के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए. पाठक जिन विषयों के बारे में जानना चाहता है [...]

2024-01-29T14:38:50+05:30Tags: , , , |

कई बार धर्म से ज़्यादा हमारे आचार-विचार, परिवेश, भाषा तथा संस्कृति महत्त्वपूर्ण होती: महुआ माजी

नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी के नौ दिवसीय 'पुस्तकायन' पुस्तक मेले के अंतिम दिन, 'अपने प्रिय लेखक से मिलिए' कार्यक्रम में उर्दू लेखक ख़ालिद जावेद, हिंदी लेखिका महुआ माजी और पंजाबी लेखक बलदेव सिंह 'सड़कनामा' पाठकों से [...]

2024-01-29T14:38:57+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘कथा भूमि की चुनौतियां’ सत्र में शैलेंद्र सागर, राजेंद्र राव व भगवंत अनमोल से रविनंदन सिंह की बातचीत

लखनऊ: अभिव्यक्ति के उत्सव 'संवादी' के तीसरे दिन के चौथे सत्र 'कथा भूमि की चुनौतियां' में वरिष्ठ साहित्यकार शैलेंद्र सागर, वरिष्ठ कथाकार राजेंद्र राव, लेखक भगवंत अनमोल से संचालक रविनंदन सिंह ने चर्चा की. शैलेंद्र सागर [...]

2024-01-29T14:39:38+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘जागरण बेस्टसेलर’ सत्र में डा ओमेंद्र रत्नू और डा हीरालाल से नवलकांत सिन्हा ने किया संवाद

लखनऊ: लाखों असहाय हिंदुओं के गले काटने वाले औरंगजेब का गुणगान इतिहास में है. 40 हजार हिंदुओं की हत्या कराने वाला अकबर महान है. ऐसे हत्यारों का इतिहास हमारी पीढ़ियों को पढ़ना [...]

2024-01-29T14:39:37+05:30Tags: , , |
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