डा संत राम देशमुख का साहित्य समाज और संस्कृति को नई दिशा और दृष्टि देने वाला है: डा इंद्र बहादुर सिंह

भिलाई: डा संत राम देशमुख की रचनाएं जीवन धर्मी हैं. उनका साहित्य न केवल पठनीय है, बल्कि समाज व संस्कृति को नई दिशा और दृष्टि देने वाला है. वे एक श्रेष्ठ [...]

2024-01-29T14:31:46+05:30Tags: , , , |

बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान में 6 रचनाकार सम्मानित; तुलसी, निराला, शुक्ल को हिंदूवादी बताने पर विवाद

पटना: बिहार का प्रतिष्ठित बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान इस बार तीन कथाकार और तीन कवियों को प्रदान किया गया. पटना में आयोजित सम्मान समारोह में कथाकार पूनम सिंह, रामदेव सिंह, रतन वर्मा [...]

2024-01-29T14:37:03+05:30Tags: , , , |

भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला की शोध विचार की पत्रिका ‘चेतना’ का लोकार्पण दिल्ली में संपन्न

शिमला: भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान की शोध विचार की पत्रिका 'चेतना' का लोकार्पण दिल्ली में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष प्रो विनय सहस्रबुद्धे, संस्थान के अध्यक्ष प्रो शशिप्रभा कुमार, उपाध्यक्ष प्रो शैलेन्द्र राज [...]

2024-01-29T14:38:19+05:30Tags: , , |

शैलेन्द्र आग और राग के कवि, उन्हें जितना सम्मान देश में मिलना चाहिए था अब तक नहीं मिला: इंद्रजीत सिंह

पटना: स्थानीय जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान में एक समारोह में गीतकार शैलेन्द्र याद किए गए. कार्यक्रम में शैलेन्द्र की पुत्री अमला मजूमदार और कथाकार फणीश्वरनाथ रेणु [...]

2024-01-29T14:38:30+05:30Tags: , , , |

यतीन्द्र मिश्र की पुस्तक ‘गुलज़ार साब’ पर संवादी में लेखक और सलीम आरिफ ने मीना कुमारी पर जो कहा

लखनऊ: "गुलज़ार चांद को नए तरीके से देखते हैं. कभी रोटी के रूप में तो कभी थाली के तौर पर. कभी चलते हुए पहिए के रूप में. उन्होंने सूरज पर भी [...]

2024-01-29T14:42:45+05:30Tags: , , , |
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