स्त्रियों ने कभी अकेले अपनी मुक्ति के प्रयास नहीं किए: ‘भारतीय नवजागरण का स्त्री-पक्ष’ संगोष्ठी में अनामिका
नई दिल्ली: "भारत में सबसे पहले पंडिता रमाबाई ने ही नारीवाद की अवधारणा को उद्घाटित किया. उन्होंने अपनी किताब 'द हाई कास्ट [...]
गोवा में 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान इन जगहों पर दिखाई जाएंगी ये फिल्में, मिलेगा ये पुरस्कार
नई दिल्ली: इस वर्ष गोवा में 20 नवंबर 28 नवंबर तक आयोजित हो रहे 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान 270 से अधिक फिल्मों को चार स्थानों [...]
आदर्श समाज की स्थापना में रामायण महत्त्वपूर्ण ग्रंथ: ‘आदिकवि वाल्मीकि एवं भारतीय संस्कृति’ विषयक संगोष्ठी में वक्ता
नई दिल्ली: इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती ने 'आदिकवि वाल्मीकि एवं भारतीय संस्कृति' विषयक संगोष्ठी का आयोजन स्थानीय नांगलोई में किया. संगोष्ठी में वक्ताओं [...]
भारतीय साहित्य में आधुनिक राजस्थानी काव्य अपना विशिष्ट महत्त्व रखता है: प्रोफेसर कल्याण सिंह शेखावत
जोधपुर: "भारतीय साहित्य में आधुनिक राजस्थानी काव्य अपना विशिष्ट महत्त्व रखता है, क्योंकि इस काव्य में आम जन के साथ होने वाले [...]
पावन नदी की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत तथा संरक्षण की आवश्यकता बताती है ‘गंगा की यात्रा’ पुस्तक
नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत द्वारा प्रकाशित बाल पुस्तक 'गंगा की यात्रा' का विमोचन स्थानीय डा अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित 'गंगा [...]
54वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस वर्ष 20 नवंबर 28 नवंबर तक गोवा में: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर
नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 54वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव इस वर्ष 20 नवंबर 28 नवंबर तक गोवा में आयोजित होने [...]
गंगा उत्सव के 7वें संस्करण में नमामि गंगे पत्रिका, चाचा चौधरी की नई नदी शृंखला और गंगा पुस्तक परिक्रमा का विमोचन
नई दिल्ली: "गंगा केवल एक नदी नहीं है बल्कि एक भावना है जो हम सभी के साथ जुड़ी हुई है. नई [...]
साहित्य की प्रयोजनीयता सही मायने में जानकारी से व्यावहारिक समझदारी तक की यात्रा है: डा जंग बहादुर पांडेय
मुंगेर: मुंगेर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में 'साहित्य की प्रयोजनीयता' विषय पर एकल व्याख्यान का आयोजन हुआ. जिसमें मुख्य वक्ता के [...]
व्यंग्यकारों का धर्म है कि वे वंचितों पर व्यंग्य न करें, अपितु रचना के समय समकालीन विसंगतियों को याद रखें
नई दिल्ली: स्थानीय काका कालेलकर एवं विष्णु प्रभाकर स्मृति संस्थान ने 'सन्निधि संगोष्ठी' के तहत व्यंग्य पाठ का आयोजन किया. इस कार्यक्रम [...]
रेवतदान चारण ने परम्परागत राजस्थानी एवं आधुनिक कविता का समन्वय कर राजस्थानी काव्य को नई पहचान दी
जोधपुर: साहित्य अकादेमी एवं जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर ने राजस्थानी के कालजयी कवि रेवतदान चारण जन्म शताब्दी के अवसर पर [...]
‘वसुधैव कुटुंबकम’ हमारे उपनिषदों का सार: चाणक्य की दूरदर्शिता से प्रेरित रक्षा संवाद में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
नई दिल्ली: "भारत ऐतिहासिक रूप से शांति की भूमि रहा है और एक महत्त्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ी है, जिसकी सबसे बड़ी महत्त्वाकांक्षा एक [...]
भारतीय समाज की आत्मा लोक में बसती है: ‘लोक साहित्य और 21वीं सदी का भारतीय समाज’ संगोष्ठी में वक्ता
चित्रकूट: गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 'लोक साहित्य और 21वीं सदी का भारतीय समाज' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन [...]