चिंतनशीलता भारतीय ज्ञान परम्परा का आधार: न्याय दर्शन व्याख्यानमाला में प्रो वशिष्ठ नारायण झा
कोलकाता: भारतीय विद्या मंदिर तथा भारतीय संस्कृति संसद के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय ज्ञान परम्परा पर केन्द्रित व्याख्यानमाला के अंतर्गत [...]
दिव्यांग लेखकों और बच्चों के ‘आओ कहानी बुने’ कार्यक्रम के नाम रहा साहित्योत्सव का अंतिम दिन
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित छह दिवसीय साहित्योत्सव का अंतिम दिन दिव्यांग लेखकों के नाम रहा. दिव्यांग लेखकों को [...]
प्रकृति-चक्र से तालमेल पर ‘एवलांच’ और बिद्या-सुंदर की प्रेम गाथा पर आधारित ‘गोपाल उरे एंड कंपनी’ का मंचन
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के मंडी हाउस में नाट्य मंचन का मेला लगा है, जहां रंगमंच पर एक से बढ़कर एक [...]
लंदन बुक फेयर में वाणी प्रकाशन की भागीदारी; पद्मेश गुप्त और आशा खेमका की पुस्तकों का लोकार्पण
लंदन: हिंदी भाषा के किसी प्रकाशक के लिए 'लंदन बुक फेयर' में प्रतिभाग लेने से भी बड़ी बात है, वहां हिंदी और भारतीय [...]
पुस्तक ‘असहमतियों के वैभव के कवि: श्रीप्रकाश शुक्ल’ का आचार्य रामचंद्र शुक्ल सभागार में हुआ लोकार्पण
वाराणसी: श्रीप्रकाश शुक्ल प्रतिरोध को जीवित रखने वाले कवि है. शुक्ल के कवि कर्म का विकास उनके आलोचना कर्म की [...]
लोकप्रिय चेतना में रामकथा, साहित्य में आत्मकथा एवं भारत की सांस्कृतिक विरासत पर चर्चा के नाम एक दिन
नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित साहित्योत्सव के पांचवे दिन 35 सत्रों में कई जानेमाने लेखकों एवं विद्वानों ने भाग लिया. इस [...]
अभिज्ञात के उपन्यास ‘टिप टिप बरसा पानी’ का लोकार्पण; प्रेम पर चर्चा और प्रेम कविताओं का पाठ
कोलकाताः स्थानीय बंगीय हिन्दी परिषद में डा अभिज्ञात के उपन्यास 'टिप टिप बरसा पानी' का लोकार्पण संपन्न हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रख्यात [...]
नालंदा पुस्तकालय एक ऐसे केंद्र के रूप में उभरा है, जहां लेखक अपनी किताबें विमोचित करा रहे: केजी सुरेश
भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नालंदा पुस्तकालय में उमेश उपाध्याय की पुस्तक 'वेस्टर्न मीडिया नेरेटिव्स आन इंडिया [...]
साहित्यकार राज्याश्रित नहीं राजपुरस्कृत होना चाहिए, इससे सृजन-संस्कृति को संरक्षण मिलता है: प्रो शीतला प्रसाद दुबे
मुंबई: "साहित्यकार राज्याश्रित नहीं, बल्कि राजपुरस्कृत होना चाहिए. एक सच्चे साहित्यकार को पुरस्कृत कर उसे साहित्य सृजन और संस्कृति के संरक्षण करने [...]
साहित्योत्सव का यह दिन बीसवीं सदी के भक्ति साहित्य, भारत में नाट्य लेखन, सिनेमा और साहित्य के नाम
नई दिल्ली: साहित्योत्सव में चौथे दिन तीस सत्रों में बीसवीं सदी का भक्ति साहित्य, भारत में नाट्य लेखन, सिनेमा और साहित्य एवं [...]
सिनेमा थोड़ा-थोड़ा इतिहास होता है: संवत्सर व्याख्यान में गुलजार; मीर तकी मीर की त्रिजन्मशतवार्षिकी शुरू
नई दिल्ली: मीर तकी मीर जन्मत्रिशतवार्षिकी संगोष्ठी और गुलजार द्वारा संवत्सर व्याख्यान दिल्ली में साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित साहित्योत्सव का [...]
‘साहित्योत्सव 2024’ में साहित्य अकादेमी की बड़ी उपलब्धि, गढ़ा सबसे बड़ी रीडिंग रिले का विश्व कीर्तिमान
नई दिल्ली: भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत संचालित साहित्य अकादेमी ने एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है. [...]