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कई बार धर्म से ज़्यादा हमारे आचार-विचार, परिवेश, भाषा तथा संस्कृति महत्त्वपूर्ण होती: महुआ माजी

नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी के नौ दिवसीय 'पुस्तकायन' पुस्तक मेले के अंतिम दिन, 'अपने प्रिय लेखक से मिलिए' कार्यक्रम में उर्दू लेखक ख़ालिद जावेद, हिंदी लेखिका महुआ माजी और पंजाबी लेखक बलदेव सिंह 'सड़कनामा' पाठकों से [...]

2024-01-29T14:38:57+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘कथा भूमि की चुनौतियां’ सत्र में शैलेंद्र सागर, राजेंद्र राव व भगवंत अनमोल से रविनंदन सिंह की बातचीत

लखनऊ: अभिव्यक्ति के उत्सव 'संवादी' के तीसरे दिन के चौथे सत्र 'कथा भूमि की चुनौतियां' में वरिष्ठ साहित्यकार शैलेंद्र सागर, वरिष्ठ कथाकार राजेंद्र राव, लेखक भगवंत अनमोल से संचालक रविनंदन सिंह ने चर्चा की. शैलेंद्र सागर [...]

2024-01-29T14:39:38+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘जागरण बेस्टसेलर’ सत्र में डा ओमेंद्र रत्नू और डा हीरालाल से नवलकांत सिन्हा ने किया संवाद

लखनऊ: लाखों असहाय हिंदुओं के गले काटने वाले औरंगजेब का गुणगान इतिहास में है. 40 हजार हिंदुओं की हत्या कराने वाला अकबर महान है. ऐसे हत्यारों का इतिहास हमारी पीढ़ियों को पढ़ना [...]

2024-01-29T14:39:37+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘अ हिंदू इन आक्सफोर्ड’ सत्र में उडुपी की बेटी रश्मि सामंत ने सुनाई संकल्प, संघर्ष और स्वदेश की गाथा

लखनऊ: पहले पढ़ने की ललक. फिर दुनिया में धाक जमाने की जिद. ...और जब नस्लवाद और भेदभाव आंखों में खटका तो आरपार. यही छोटा सा परिचय है कर्नाटक के उडुपी [...]

2024-01-29T14:39:35+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘हंसते-हंसते’ सत्र में सर्वेश अस्थाना, अन्नू अवस्थी, आद्या श्रीवास्तव और पंकज प्रसून की चुहल ने गुदगुदाया

लखनऊ: संवादी के दूसरे दिन का समापन सत्र ठहाकों के नाम रहा. मंच पर थे स्माइल मैन के नाम से मशहूर हास्य कवि सर्वेश अस्थाना, पहचान तो गए हुइहौ से घर-घर [...]

2024-01-29T14:39:31+05:30Tags: , , |

संवादी में सताक्षी आनंद की पुस्तक ‘फेयर टेल्स’ का हुआ विमोचन, सच्चिदानंद सिंह ने की बातचीत

लखनऊ: भारतेंदु नाट्य अकादमी में अभिव्यक्ति के उत्सव 'संवादी' के तृतीय एवं अंतिम दिन के प्रथम सत्र में लेखिका  प्रोफेसर सताक्षी आनंद की पुस्तक 'फेयर टेल्स' के विमोचन के बाद चर्चा आरंभ हुई तो [...]

2024-01-29T14:39:33+05:30Tags: , , |

बाजारों में बिकता जोश नहीं, एक अहसास है लखनऊ… संवादी के सत्र ‘सबरंग लखनऊ’ में वक्ताओं का मत

लखनऊ: संवादी के 'लखनऊ सबरंग' सत्र में न सिर्फ इस शहर के इतिहास को टटोला गया, बल्कि उन पहलुओं की भी पड़ताल हुई, जो लखनऊ को लखनऊ बनाते हैं. हमराही बने श्रोता पुराने समय [...]

2024-01-29T14:43:30+05:30Tags: , , , |

सांस लेने से सांस छोड़ने तक राम ही राम: संवादी के ‘राम का लोकरंजक रूप’ सत्र का निष्कर्ष

लखनऊ: हे राम, राम राम, हाय राम, राम नाम सत्य है... सांस लेने से लेकर सांस छोड़ने तक एक ही नाम, राम ही राम. जन्म से लेकर मृत्यु और लोक व्यवहार के प्रत्येक भाव [...]

2024-01-29T14:43:22+05:30Tags: , , |

संवादी के ‘सबमें रमे सो राम कहाए’ सत्र में मनोज मुंतशिर शुक्ला ने ‘आदि पुरुष’ के लिए गलती मानी

लखनऊ: अभिव्यक्ति के उत्सव 'संवादी' के 'सबमें रमे सो राम कहाए' सत्र में गीतकार मनोज मुंतशिर शुक्ला से दैनिक जागरण के संपादक-उत्तर प्रदेश आशुतोष शुक्ल ने मानो पूरे अवध की ओर से यह सवाल [...]

2024-01-29T14:43:14+05:30Tags: , , |

आदर्शवाद और बेवकूफी के बीच की लकीर बहुत महीन: संवादी के राजनीति का मैजिक सत्र में वक्ता

नऊ: संवादी के 'राजनीति का मैजिक' सत्र में शहजाद पूनावाला से 20 साल की मित्रता और शाजिया इल्मी से कानपुर का पड़ोसी होने का नाता निकालते हुए वरिष्ठ पत्रकार मनोज राजन त्रिपाठी ने पहला [...]

2024-01-29T14:43:07+05:30Tags: , , , |
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