नई दिल्लीः आम चुनावों की घोषणा से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनिंदा भाषणों पर लिखी पुस्तक सबका साथ सबका विकासका लोकार्पण राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के मंत्री अरुण जेटली ने किया. इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ भी उपस्थित थे. अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री की राजनीतिक इतिहास, अर्थव्यवस्था, विदेश नीति, रणनीतिक मुद्दों सहित अनगिनत विषयों पर अत्यंत अच्छी पकड़ है. उनके भाषणों ने न केवल अपने देश में, बल्कि विश्व भर में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी है. उन्होंने महात्मा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, जगजीवन राम और इंद्रजीत गुप्ता जैसे महान वक्ताओं को भी स्मरण किया, जिनके भाषण देश की स्मृति और चेतना को सदैव झकझोरते रहते हैं. कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण दरअसल व्यावहारिक समाधानों का संग्रह हैं जो उनकी सरल, सर्वजनोपयोगी एवं जमीन से जुड़ी जीवन शैली से प्रेरित हैं. उन्होंने पांच खंडों में प्रकाशित इस संग्रह को युवा विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और पत्रकारों के लिए समान रूप से विश्वकोश या इन्साइक्लोपीडिया बताया.

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे ने इन पांचों खंडों के संपादन में कंचन गुप्ता द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि इन खंडों में निहित प्रधानमंत्री के भाषण सकारात्मकता का संदेश देते हैं और देश के लिए उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जगाते हैं. उन्होंने इन पांचों खंडों को प्रस्तुत करने के लिए डॉ. साधना राउत, महानिदेशक, प्रकाशन प्रभाग और वसुधा गुप्ता, अपर महानिदेशक, प्रकाशन प्रभाग के साथ-साथ प्रकाशन प्रभाग में उनकी टीम द्वारा किए गए अथक प्रयासों की भी सराहना की. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन प्रभाग द्वारा इस पुस्‍तक के पांच खंडों को हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी में भी प्रकाशित किया गया है. इनमें से प्रत्येक खंड को पांच उपखंडों में वर्गीकृत किया गया है. जिसमें सुशासन; देश को सक्षम और दक्ष बनाने; हमारे बहादुर जवानों, अन्नदाता किसानों और प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों की सराहना; विकास और आशा के समावेशी पथ पर लोगों को अग्रसर करने और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ उदीयमान भारत के संदेश को साझा करने के बारे में प्रधानमंत्री के विचारों को कवर किया गया है. ये पुस्‍तकें प्रकाशन प्रभाग के विक्रय केंद्रों और नई दिल्ली में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सूचना भवन की बुक गैलरी में उपलब्ध होंगी. इन्हें भारतकोश ई-पेमेंट गेटवे के माध्यम से ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. ये पुस्तकें अमेजन और गूगल प्ले पर ई-बुक्स के रूप में भी उपलब्ध होंगी.