लखनऊः आनंद सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान से चर्चित वरिष्ठ कथाकार एसआर हरनोट को नवाजा जाएगा. 22 जनवरी 1955 को जन्मे हरनोट हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी जीवन की मिट्टी, जनजीवन, संस्कृति, परंपरा और प्रकृति में पूरी तरह रमे कथाकार हैं. हरनोट की रचनाएं इंसान के संकट, संघर्ष और जिजीविषा का प्रमाणिक दस्तावेज हैं. उनकी कहानियों में समाज, हिमालय के रमणीक प्राकृतिक स्थलों के जीव-जंतु पक्षी महज प्राकृतिक संपदा ही नहीं बल्कि चरित्र के रूप में उभरकर पाठकों के सामने आते हैं. यह जीवंत किरदार संवाद करते हैं, पीड़ा बयां कर लोगों को सोचने पर विवश करते हैं. उनका एक उपन्यास हिडिंब और छह कहानियां, जीनकाठी सहित अन्य कहानियां प्रमुख हैं. उन्हें हिमाचल राज्य अकादमी पुरस्कार, हिंदी अकादमी दिल्ली का साहित्यकार सम्मान, जेसी जोशी शब्द साधक सम्मान और इंदु शर्मा कथा सम्मान सहित कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है.
हरनोट को यह सम्मान दिए जाने का निर्णय कथाक्रम सम्मान समिति के संयोजक शैलेंद्र सागर, कहानीकार शिवमूर्ति, रंगकर्मी राकेश व लेखिका रजनी गुप्त ने लिया. यह सम्मान 10 नवंबर को लखनऊ में आयोजित कथाक्रम 2019 समारोह में दिया जाएगा. इस सम्मान के तहत 15 हजार सम्मान राशि, सम्मान चिह्न व पत्रक दिया जाएगा. इससे पहले कथाक्रम सम्मान से कथाकार संजीव, कमलाकांत त्रिपाठी, चंद्रकिशोर जायसवाल, मैत्रेयी पुष्पा, दूधनाथ सिंह, ओमप्रकाश वाल्मीकि, शिवमूर्ति, असगर वजाहत, भगवानदास मोरवाल, उदय प्रकाश, प्रियंवद, मधु कांकरिया, महेश कटारे, अब्दुल बिस्मिल्ला, स्वयं प्रकाश, तेजिंदर, जयनंदन, नासिरा शर्मा, अखिलेश, राकेश कुमार सिंह, जया जादवानी व मनोज रुपड़ा को सम्मानित किया जा चुका है.