पटना: जनवादी लेखक संघ, बिहार के तत्वावधान में सूर्या कम्प्लेक्स , जमाल रोड के सभागार में उर्दू-हिंदी के सुप्रसिद्ध कथाकार सगीर रहमानी का कहानी-पाठ आयोजित किया गया।इस अवसर पर सगीर रहमानी ने अपनी लोकप्रिय कहानी 'पोस्टर' का वाचन किया। 'पोस्टर' कहानी में सोवियत संघ के विघटन के बाद वहाँ के समाज में हुए बदलाव और विसंगतियों की बारीकियों का शब्द-चित्र पेश किया गया है। कहानी में वर्णित पात्रों तथा प्राकृतिक दृश्यों का सम्मोहन श्रोताओं को अंत तक बांधे रखा।

कहानी पर अपनी समीक्षात्मक टिप्पणी करते हुए वरिष्ठ आलोचक श्रीराम तिवारी ने कहासगीर रहमानी समकालीन चर्चित कथाकारों में शुमार हैं और इनकी कहानी 'पोस्टर' यथार्थवादी है।"  'प्राच्य प्रभा' के संपादक विजय कुमार सिंह ने कहा  " कहानी में चित्रात्मकता भरपूर है और यह सम्मोहक परिदृश्य रचती है। "  वरिष्ठ साहित्यकार घमंडी राम ने कहाकहानी सोवियत रूस के संक्रमण काल को प्रतिबिंबित करती है।"  अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डा० नीरज सिंह ने कहाकहानी में भाषा की सहजता पाठकों को आकर्षित करती है। यह कहानी शास्त्रीय मापदंडों को पूरा करती है। कहानी में पात्रों का चरित्र- चित्रण कहानीकार की संवेदनशीलता को व्यक्त करती है।

डा० सीमारानी, सुमन चतुर्वेदी, नूतन सिन्हा, गणेश शंकर सिंह, आर प्रवेश, अशोक कुमार मिश्र, मनोज चंद्रवंशी, अवधेश प्रसाद समेत अन्य वक्ताओं ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहानी को सभी दृष्टिकोण से समीचीन बताया। 

कार्यक्रम का संचालन विनीताभ ने किया और धन्यवाद ज्ञापन जनवादी लेखक संघ के जिला सचिव  घमंडी राम ने  किया। इस अवसर पर  सीटू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, जनवादी संस्कृति मोर्चा के राज्य अध्यक्ष अशोक कुमार मिश्र, जनवादी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवंशी, एस एफ आई के राज्य अध्यक्ष शैलेन्द्र यादवपीपुल्स लिटरेचर सेंटर के किशोर मोख्तार सिंह, कुशवाहा नंदन, जफर इकबाल, शैलेन्द्र यादव, किशोर कुमार, आयुष राज, आदित्य राज, दीपक कुमार, उमेश कुमार तथा अन्य प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।