नई दिल्लीः हाइकु को बढ़ावा देने में जुटे लेखक जगदीश व्योम ने कोरोना वायरस से सावधानी के चलते घरों में रह रहे हाइकु के संभावनाशील व सृजनशील लेखकों के लिए लिखने-पढ़ने की एक अनूठी मुहिम शुरू की है. सोशल मीडिया पर उन्होंने हाइकु लेखन कार्यशाला की घोषणा करते हुए लिखा है, हाइकु समूह से जुड़े हुए सभी मित्रों को नमस्कार! पूरी दुनिया में इस समय एक भयंकर संकट छाया हुआ है, कोरोना का संकट। यह संयम और धैर्य की परीक्षा का समय है. सभी सरकार के निर्देशों का पालन करें और अपने को तथा अपने परिवारी जनों को सुरक्षित बनाये रखने के लिए अपने अपने घरों में ही रहें, यही वर्तमान समय की आवश्यकता है और मानवता को बचाने का एकमात्र उपाय भी. हम सब इस समय घरों में हैं, इस समय का सदुपयोग हाइकु लिखने के लिए कर सकते हैं. आज से हाइकु लेखन कार्यशाला शुरू हो रही है.
हाइकु लिखने के लिए कुछ बिंदु दिये जा रहे हैं, इन्हें पढ़ें और चिन्तन मनन करें, कल्पना करें और कुछ अच्छे हाइकु लिखने की कोशिश करें.
1. मानव जीवन क्या है? सृष्टि में इसकी क्या स्थिति है?
2. प्राकृतिक आपदाएं इतनी विकराल क्यों होती हैं?
3. प्रकृति मानव के साथ आखिर इतनी क्रूर क्यों हो जाती है?
4. हमने प्रकृति के साथ क्या नाइंसाफी करने की कोशिश की है?
5. प्राकृतिक आपदाओं के समय मानव समाज में मानवीय गुणों का विकास कुछ और बढ़ जाता है…ऐसा क्यों होता है?
6. वर्तमान संकट से उभरने के लिए हम क्या करें?
7. प्रकृति क्रूर है, प्रकृति मां के समान है, प्रकृति हमारा जीवन है…आदि आदि.
8. और भी कुछ ऐसा जिसे आप वर्तमान समय में उचित समझते हैं, उसे केन्द्र में रखकर हाइकु लिखें.
वर्तमान समय प्राकृतिक आपदा का इतिहास में सबसे कठिन समय है, इसलिए प्रकृति से जुड़कर ही हाइकु लिखें.