गहरी अभिव्यक्ति और यथार्थ के बीच फंसा लेखन: ‘आज की स्त्री और कविता’ विषयक सत्र में रचनाकारों का मत
लखनऊ: भारतेंदु नाट्य अकादमी में संवादी के दूसरे सत्र में 'आज की स्त्री और कविता' विषय सत्र में संवाद से यह संकेत निकला कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां [...]