‘लोक से क्यों दूर रंगमंच’ संवादी के सत्र में बिपिन कुमार, वामन केंद्रे व भानू भारती से अजय मलकानी का संवाद

लखनऊ: बीज को पौधा बनने के लिए जिस तरह सूर्य का प्रकाश चाहिए होता है, उसी भांति कलाओं को प्रस्फुटित करने के लिए लोक की सुषमा आवश्यक होती है. रंगमंच एक [...]