मुजफ्फरपुर: रामवृक्ष बेनीपुरी महिला महाविद्यालय में कलम के जादूगर रामवृक्ष बेनीपुरी की 126वीं जयंती की पूर्व संध्या पर व्याख्यान, सम्मान सह सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रामवृक्ष बेनीपुरी की पुत्रवधू प्रो शीला बेनीपुरी थीं. बीआरएबीयू के कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय, पूर्व कुलपति प्रो रिपुसुदन श्रीवास्तव, कुलानुशासक प्रो बीएस राय, डीन आलोक प्रताप, क्रीड़ा एडवाइजर संजय कुमार, प्राचार्य डा अनीता सिंह, डा मनोज, डा अमित शर्मा, डा संजीव मिश्र, डा ललन झा सहित विवि के सभी पदाधिकारी, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, कालेज से जुड़े पूर्व प्राचार्य व प्राध्यापकों को प्राचार्य डा ममता रानी ने गुलाब का पौधा, अंगवस्त्र व बेनीपुरी स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया. वीसी प्रो दिनेश चंद्र राय ने बेनीपुरी जी को विराट व्यक्तित्व बताया. उन्होंने कहा कि स्त्री के लिए उनके विचार व यह महाविद्यालय दोनों ही पथ प्रदर्शक हैं. उन्होंने कहा कि अपने सीमित संसाधन में कालेज ने अच्छी प्रगति की है. कुल व माटी व्यक्ति को खींचते हैं और मैं इसी खिंचाव की वजह से यहां का हो गया हूं. बेनीपुरी साहित्य सम्मान से पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष हिंदी डा पूनम सिन्हा सम्मानित की गयीं.
कालेज की स्नातक में कला टापर खुशी और विज्ञान टापर कविता को अवध ठाकुर रम्भा देवी छात्रवृत्ति सम्मान के तहत दो हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया. हिंदी हैं हम पखवाड़ा कार्यक्रम में आठ स्पर्धा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को बेनीपुरी न्यास समिति की ओर से एक-एक हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया. हिंदी विभागाध्यक्ष डा हेमा ने द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाली छात्राओं को प्रमाणपत्र व बेनीपुरी कथा संग्रह, निबंध संग्रह, सामान्य ज्ञान, शब्दकोश चित्रकला सामग्री देकर पुरस्कृत किया. कार्यक्रम का संचालन इतिहास विभागाध्यक्ष डा चेतना वर्मा व धन्यवाद ज्ञापन डा अशोक निगम ने किया. डा रामेश्वर राय, डा रेनुबाला, डा अंजू, नूपुर वर्मा, डा अंकिता, डा अफरोज, डा निशांत फातिमा, डा अनु, डा रूपम, डा दिव्या, डा अनुपम, डा प्रियंका, डा अनिमा, डा सबीना, डा अफशा, डा अभय, डा राकेश, डा रागिनी, डा प्रज्ञा सुरभि, डा पुतुल, डा शिप्रा, डा नीलेश, डा मीनू , डा अंजलि चंद्रा , डा नीलू, डा विनीता, डा जयश्री, डा मंजुल सहित सभी प्राध्यापकों ने कार्यक्रम में भूमिका निभायी. केशु रंजन, विशाल, अंकिता, दिव्या कोमल ने भी सहयोग किया.