व्यंग्य की सबसे बड़ी शर्त यह होती है कि वह बेचैनी पैदा करता हैः प्रेम जनमेजय
शिमलाः शब्द एवं संस्कृति विचार मंच के तत्वाधान में एक व्यंग्य गोष्ठी का आयोजन मॉल रोड पर स्थित गेयटी थियेटर [...]
अकादमियां ज्ञानकेंद्र के रूप में विकसित होंः राजस्थान साहित्य अकादमी पुरस्कार समारोह में बीडी कल्ला
जयपुरः राजस्थान के कला साहित्य एवं संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि अकादमियों को स्वयं को प्रतिष्ठित ज्ञानकेंद्र के [...]
सारा आंगन महक उठा जब प्रिय तेरे कदम पड़े… उत्तर प्रदेश साहित्य सभा की मासिक काव्य गोष्ठी
अंबेडकर नगर: उत्तर प्रदेश साहित्य सभा की मासिक काव्य गोष्ठी स्थानीय जिला मुख्यालय के पटेल नगर रोड स्थित गुरुकुल कोचिंग [...]
चिंताओं और तकलीफों के चितेरे कथाकार थे आलम शाह खान, उदयपुर में स्मृति सभा में जुटे साहित्यकार
उदयपुर: अपने लोगों की स्मृतियों को बचाना जरूरी काम है क्योंकि इससे न केवल हम अपनी परंपरा को सुरक्षित रख [...]
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय कवि संगम का संयुक्त कवि सम्मेलन
धर्मशालाः राष्ट्रीय कवि संगम के तत्त्वावधान में धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर में राष्ट्रीय कवि संगम [...]
संघ देश सेवा के लिए प्रेरित करता है: ‘हमारा जीवन हमारी यादें’ के विमोचन अवसर पर सुनील आंबेकर
नई दिल्ली: "विद्यार्थी परिषद या संघ का विचार सोच को व्यापक बनाता है. वह व्यक्तियों को द्वेष से नहीं, देश [...]
हर घर में किताबों का एक कमरा अवश्य होना चाहिएः राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सौंदरराजन
हैदराबादः तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सौंदरराजन ने छात्रों से कम उम्र से पढ़ने और लिखने की आदत डालने का [...]
फिल्में कहानी कहने को लेकर पूरे विश्व में भारत की मजबूत स्थिति का प्रतीकः डॉ एल मुरूगन
नई दिल्लीः भारत आज 50 से अधिक भाषाओं में 3,000 से अधिक फिल्मों के निर्माण के साथ विश्व का सबसे [...]
डॉ उर्मिलेश की 18वीं पुण्यतिथि पर विराट कवि सम्मेलन के साथ कई कवियों का सम्मान
बदायूंः डॉ उर्मिलेश जन-चेतना समिति ने अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया. कार्यक्रम में देश के ख्यातिलब्ध कवियों [...]
दरभंगा में उग्रनारायण मिश्र ‘कनक’ की छठी पर विचार गोष्ठी सह कवि सम्मेलन आयोजित
दरभंगा: स्थानीय खादी ग्रामोद्योग भवन, रामबाग में प्रसिद्ध सर्वोदयी समाजसेवी, साहित्यकार उग्रनारायण मिश्र 'कनक' की छठी पर विचार गोष्ठी सह [...]
साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं वरन सतत् दिशा निर्देशन भी हैः अशोक कुमार झा
जमशेदपुरः "मुंशी प्रेमचंद उर्दू जुबान और अदब के प्रेमी व आशिक थे. उनके अफसानों में ये चीजें साफ झलकती थीं. [...]
बच्चों के लिए लिखे जा रहे साहित्य में सहजता और सरलता होः डॉ अमिता दुबे
भोपालः स्थानीय बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र में 'बाल साहित्य' पर संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में [...]