भारत और इंडोनेशिया के बीच कला-संस्कृति, ज्ञान, सूचना और व्यापारिक आदान-प्रदान पर परिचर्चा

नई दिल्ली: "भारत और इंडोनेशिया के बीच कला-संस्कृति के साथ ही संवर्धन के तमाम विषयों को समाहित करने हुए ज्ञान, सूचना और व्यापारिक आदान-प्रदान बेहद जरूरी है. " यह बात जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय [...]

2023-10-14T06:54:12+05:30

कबीरदास और रैदास के साहित्य से जुड़ी हैं जिस लेखन की जड़ें: ‘दलित साहित्य की प्रासंगिकता’ विषय पर संगोष्ठी

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद गतिविधि केंद्र के सभागार में वाणी प्रकाशन की ओर से आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी में 'दलित साहित्य की प्रासंगिकता' विषय पर संगोष्ठी हुई. मुख्य वक्ता नेत्र विशेषज्ञ [...]

2023-10-12T21:39:58+05:30

नदियों को सुय्या वैसे नचाते थे जैसे संपेरा सांप को: राष्ट्रपति मुर्मु ने कश्मीरी साहित्य की कथा का किया जिक्र

श्रीनगर: "सतत विकास का सबक कश्मीर की विरासत का हिस्सा है. यहां की एक कहावत है 'अन् पोशि तेलि, येलि वन् पोशि' यानी तभी तक अन्न रहेगा जब तक वन रहेंगे. कुदरत की सौगातों [...]

2023-10-12T21:39:47+05:30

प्रभा खेतान फाउंडेशन अब लंदन में ‘कलम-ओ-उत्सव’ के रूप में मना रहा भारतीय साहित्य और संस्कृति का जश्न

कोलकाता: प्रभा खेतान फाउंडेशन भारत की सभ्यता, संस्कृति, कला, साहित्य और भाषा के पूरे दिन का जश्न लंदन में मना रहा है. 15 अक्तूबर को फाउंडेशन 'कलम-ओ-उत्सव' के रूप में साहित्यिक कार्यक्रमों के गुलदस्ते के साथ ऑक्सफोर्ड [...]

2023-10-12T21:39:27+05:30

देश की विविधता ही है असली राष्ट्रवाद: ‘सभा’ की ‘राष्ट्र, राष्ट्रीयता और राष्ट्रवाद’ विषयक परिचर्चा में वक्ता

नई दिल्ली: राष्ट्र और देश दोनों के अलग-अलग अर्थ हैं. उसी तरह राष्ट्रवाद और देशभक्ति में भी अंतर है. आज के नौजवानों को देशभक्त बनने की जरूरत है न कि [...]

2023-10-12T21:39:14+05:30

एक कलाकार के पास केवल दर्शकों का प्यार और तालियां होती हैं: रतनव नाट्य रंगोत्सव में रमा पांडे

नई दिल्ली: दिल्ली के सांस्कृतिक केंद्र मंडी हाउस के श्री राम सेंटर में रतनव द्वारा आयोजित तीन दिवसीय नाट्य रंगोत्सव का समापन रमा पांडे द्वारा लिखित-निर्देशित 'सुल्ताना' के मंचन से हुआ. इस [...]

2023-10-12T21:38:57+05:30

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने 40 से अधिक लोगों को किया सम्मानित, जिनमें भोजपुरी के भावुक भी

छपरा: "किसान और शिक्षा दोनों ही समाज की जरूरी अंग हैं और दोनों का विकास होना जरूरी है. तभी समाज, जिला, राज्य और देश का विकास होगा." उक्त बातें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ [...]

2023-10-12T21:38:46+05:30

दलित साहित्य अकादमी ने डा सोहनपाल सुमनाक्षर का 84वां जन्मदिन दलित साहित्य दिवस के रूप में मनाया

पौड़ी गढ़वाल: भारतीय दलित साहित्य अकादमी गढ़वाल मंडल ने पदमपुर कोटद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय दलित साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर डा सोहनपाल सुमनाक्षर का 84 वां जन्मदिन मनाया. [...]

2023-10-11T08:06:59+05:30

विश्वंभर फाउंडेशन ने मैथिली साहित्यकार प्रदीप बिहारी और ओड़िआ अनुवादक संघमित्रा को किया सम्मानित

रांची: विश्वंभर फाउंडेशन ने मैथिली साहित्यकार प्रदीप बिहारी और ओड़िआ अनुवादक संघमित्रा का सम्मान समारोह आयोजित किया. इस अवसर पर डा नरेंद्र झा ने कहा कि प्रदीप बिहारी मैथिली साहित्य [...]

2023-10-11T08:06:54+05:30

हमारा साहित्य समग्रता में मूल्यांकन का हामी: ‘भारतीय साहित्य, संस्कृति और मीडिया’ विषय पर परिचर्चा

बीकानेर: स्थानीय रानी बाजार स्थित मरुधर पैलेस में 'भारतीय साहित्य, संस्कृति और मीडिया' विषय पर परिचर्चा का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में आलोचक डा उमाकांत गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त किए. [...]

2023-10-11T08:06:33+05:30
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