मानवता के समृद्ध भविष्य की साझेदारी पर सहमति बनाने में ‘सागरमंथन- महासागर संवाद’ की अपनी उपयोगिता: प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित प्रथम समुद्री कार्यक्रम 'सागरमंथन - महासागर संवाद के सफल आयोजन पर अपना संदेश साझा किया. उन्होंने मानवता के समृद्ध भविष्य [...]

2024-11-28T16:41:22+05:30

देश-विभाजन के संदर्भ में आपसी प्रेम एवं मेलजोल पर साहित्य की कमी: नौवें अमृतसर साहित्य उत्सव में डा रवि रविंद्र

अमृतसर: "देश का विभाजन एक दुखद घटना थी, जिसने सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं आर्थिक ताने-बाने को बहुत हद तक प्रभावित किया. यह एक धूर्त राजनीतिक चाल थी, जिसके आधार पर दोनों पक्षों के कुछ परस्पर [...]

2024-11-28T16:40:37+05:30

गांधी से प्रभावित वीरेंद्र कुमार भट्टाचार्य की लेखनी में अपने परिवेश व आम आदमी के संघर्ष हमेशा आते रहे: निर्मलकांति भट्टाचार्जी

नई दिल्ली: असमिया के प्रख्यात लेखक एवं साहित्य अकादेमी के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार भट्टाचार्य की जन्मशतवार्षिकी के अवसर पर साहित्य अकादेमी द्वारा आयोजित दो-दिवसीय संगोष्ठी के दूसरे दिन प्रथम [...]

2024-11-28T16:39:41+05:30

सनातन राष्ट्रधर्म और भारतीयता का प्रतिबिंब; यह हमको दृढ़, एक और मजबूत रहने की सीख देता है: उपराष्ट्रपति धनखड़

बनारस: "सनातन राष्ट्रधर्म और भारतीयता का प्रतिबिंब है. हमें सदैव याद रखना चाहिए कि हम भारतीय हैं और हमें भारत में अटूट विश्वास है! राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है. किसी भी परिस्थिति में [...]

2024-11-28T16:38:52+05:30

साहित्य अकादेमी ने प्रेमचंद महत्तर सदस्यता बांग्ला देश के लेखक और अनुवादक सफिकुन्नबी सामादी को अर्पित की

नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी ने अपनी प्रतिष्ठित प्रेमचंद महत्तर सदस्यता बांग्ला देश के प्रख्यात लेखक और अनुवादक प्रोफेसर सफिकुन्नबी सामादी को अर्पित की. साहित्य अकादेमी के तृतीय तल स्थित सभाकक्ष [...]

2024-11-28T16:38:05+05:30

ओड़िशा की कला, साहित्य और संगीत को बढ़ावा देने में उत्कल केशरी डा हरेकृष्ण महताब का विपुल योगदान: राष्ट्रपति मुर्मु

नई दिल्ली: "डा हरेकृष्ण महताब एक दूरदर्शी नेता थे. वे जानते थे कि केवल कायिक विकास ही पर्याप्त नहीं बल्कि सांस्कृतिक जागरूकता भी आवश्यक है." राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राजधानी में उत्कल [...]

2024-11-28T16:16:34+05:30

भारतीयता हमारी पहचान, शिक्षा समाज में समानता को बढ़ावा देती है और असमानता को समाप्त करती है: उपराष्ट्रपति धनखड़

झुंझुनू: "भारत जैसा दूसरा देश दुनिया में नहीं है, 5000 साल का इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, ज्ञान का खजाना, भंडार कोई दूसरा देश नजदीक तक नहीं आता है. वेद, उपनिषद, पुराण, क्या ज्ञान के भंडार हैं! कोई ऐसा विषय [...]

2024-11-28T16:15:22+05:30

हिंदी हमें हमारे समृद्ध इतिहास साहित्य और परंपरा से जोड़ती है: ‘हिंदी भाषा का मानकीकरण और देवनागरी लिपि’ पर कार्यशाला

नई दिल्ली: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने 'हिंदी भाषा का मानकीकरण और देवनागरी लिपि' पर एक कार्यशाला आयोजित की गई. व्याख्याता के रूप में केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो की लेखा शरीन, सहायक निदेशक को आमंत्रित [...]

2024-11-28T16:14:31+05:30

रचते हुए ऐसा रच जाना, जिससे बच्चा स्वयं रचना सीख जाए यही बाल साहित्य है: वामा साहित्य मंच के ‘मंथन’ में गोपाल माहेश्वरी

इंदौर: "बच्चों को कुछ दिया जाए तो वह आमतौर पर उसे जस का तस स्वीकार नहीं करता. वह अपनी ओर से कुछ जोड़ता अवश्य है. और यह जोड़ना ही सृजन का [...]

2024-11-27T15:38:35+05:30

हम एक समृद्ध सभ्यता, शक्ति, ज्ञान एवं बुद्धि का स्रोत हैं; एक ऐसा ज्ञान जो हजारों वर्षों से हमारे पास है: उपराष्ट्रपति धनखड़

उदयपुर: "हम एक समृद्ध सभ्यता हैं, दुनिया इस बात को स्वीकार करती है, दुनिया इस तथ्य को जानती है. हमारी संस्कृत अब पूरे विश्व में पढ़ाई जा रही है. लेकिन मैं आपसे कोई [...]

2024-11-27T15:37:36+05:30
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