भारतीयता में हमारा विश्वास सिर्फ राष्ट्रीय गौरव नहीं बल्कि ठोस वैज्ञानिक शोध पर आधारित है: डा जितेंद्र सिंह

पुणे: "भारतीय समस्याओं के लिए भारतीय समाधान एवं भारतीय नवाचारों के लिए भारतीय डेटा, क्योंकि हमारा स्पेक्ट्रम और यहां तक कि हमारा ह्यूमन फेनोटाइप भी बाकी दुनिया से भिन्न है." यह बात केंद्रीय [...]

2024-07-03T11:04:31+05:30

केरल के कोझिकोड शहर को यूनेस्को ने आधिकारिक तौर पर भारत का पहला ‘सिटी आफ लिटरेचर’ घोषित किया

कोझिकोड: केरल के कोझिकोड शहर को यूनेस्को ने आधिकारिक तौर पर भारत का पहला 'सिटी आफ लिटरेचर' यानी 'साहित्य का शहर' घोषित किया है. राज्य के स्थानीय स्वशासन विभाग मंत्री एमबी राजेश ने एक [...]

2024-07-03T11:03:05+05:30

अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन की झारखंड इकाई ने ‘कबीरदास: भोजपुरी के आदिकवि’ पर कराया व्याख्यान

जमशेदपुर: अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन की झारखंड-प्रांतीय इकाई ने स्थानीय तुलसी भवन के प्रयाग कक्ष में कबीर जयंती सह भोजपुरी दिवस समारोह का आयोजन किया. इस अवसर पर बैठक [...]

2024-07-03T11:03:03+05:30

हमारी जनजातियां भारतीय संस्कृति और प्रजातंत्र को स्थायित्व और मजबूती प्रदान करती हैं: उपराष्ट्रपति धनखड़

भोपाल: "भारतीय प्रजातंत्र में जनजाति इंसान के शरीर की रीड की हड्डी के बराबर है. जनजाति भारतीय संस्कृति और भारतीय प्रजातंत्र को संयम देती है, बल देती है और मजबूती से खड़े [...]

2024-07-03T11:00:37+05:30

योग अभ्यास और अनुभव का विषय, लेकिन इसके संचार में पुस्तकों का भी बहुत महत्त्व है: रमेश बिजलानी

नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुस्तक, पाठक और लेखक से जुड़ी एक अनूठी पहल की. नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने राजधानी के वसंत कुंज में सार्वजनिक योगाभ्यास [...]

2024-07-03T11:00:25+05:30

छत्रपति शिवाजी देश के महान प्रतीक और सदियों से हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत: गजेंद्र सिंह शेखावत

नई दिल्ली: "छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देश के महान प्रतीक हैं और सदियों से हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं. उनके जीवन पर आधारित यह ऐतिहासिक प्रदर्शनी हमें [...]

2024-07-03T10:56:36+05:30

साहित्य अकादेमी के ‘हिंदी साहित्य एवं बौद्ध दर्शन’ विषय पर व्याख्यान में मोहनदास नैमिषराय का वक्तव्य

नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी ने 'साहित्य मंच' कार्यक्रम के तहत प्रसिद्ध लेखक और चिंतक मोहनदास नैमिषराय के व्याख्यान का आयोजन किया. व्याख्यान का विषय था 'हिंदी साहित्य और बौद्ध दर्शन'. मोहनदास नैमिषराय ने विस्तार [...]

2024-07-03T10:56:35+05:30

कुरुक्षेत्र हमें विनम्रता, करुणा, तप के साथ शक्ति और सामर्थ्य अर्जित करना सिखाती है: नीरज कुमार सिंह

उज्जैन: "कविताएं और साहित्य हमें जीवन जीने का तरीका सिखाते हैं. इसलिए हमें पौराणिक आख्यानों सहित  बेहतर साहित्य को पढ़ते-लिखते रहना चाहिए." यह बात उज्जैन के जिलाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने 'स्कूल चले [...]

2024-07-03T10:56:33+05:30

पश्चिम बंगाल साहित्य, संगीत और कलाओं की समृद्ध धरा, क्रांतिकारियों की पुण्यभूमि: राज्यपाल कलराज मिश्र

जयपुर: "पश्चिम बंगाल साहित्य, संगीत और कलाओं की दृष्टि से ही संपन्न प्रदेश नहीं है बल्कि आजादी आंदोलन के क्रांतिकारियों की भी यह पुण्य धरा रही है." पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस के अवसर [...]

2024-07-03T10:52:20+05:30

सामाजिक सहानुभूति साहित्य में प्रतिबिंबित होती है, इसलिए समाज में संवेदना आवश्यक: डा महेश चन्द्र शर्मा

भिलाई: सामाजिक सहानुभूति साहित्य में प्रतिबिंबित होती है और साहित्य समाज का दर्पण है, इसलिए यह हमारे व्यवहार में भी दिखना चाहिए. संवेदना और सेवा की भावना की आज बड़ी आवश्यकता [...]

2024-06-27T16:37:27+05:30
Go to Top