गुलमोहर का रंग है चटक लाल रतनार… साहित्य सृजन संस्थान’ का कवि सम्मेलन और साहित्यकार सम्मान कार्यक्रम
रायपुर: कहता है क्या जमाना मुझको फिकर नहीं है, अपनी हदें हैं मालूम गिरने का डर नहीं है, सच के बोल टिकते हैं चाहे लाख तूफां आए, ओढ़ूं फरेबी चूनर मुझमें हुनर नहीं [...]