नई दिल्ली: हिंदी आज बाजार की भी भाषा है और मान और स्वाभिमान की भी. फिर भी हमारे बहुभाषी देश में भाषा को लेकर लगातार एक चर्चा चलती रहती है. जबकि क्षेत्रीय भाषाओं के साथ हिंदी का कोई द्वंद्व नहीं है. बहरहाल हिंदी ही हमारी पहचान और प्राथमिक कक्षा में हिंदी पढ़ाने वाले अध्यापक से रश्क और मोहब्बत पर दैनिक जागरण ने छोटे परदे की दुनिया के कुछ कलाकारों से बात की. भाभी जी घर पर हैं और हप्पू की उलटन पलटन वाले हप्पू सिंह के नाम से चर्चित योगश त्रिपाठी बताते हैं कि मेरा अपने हिंदी शिक्षक के साथ थोड़ा खट्टा-मीठा रिश्ता रहा. वह काफी अनूठे किस्म के शख्स थे. बनियान, लुंगी और हाथ में रेडियो उनकी खास पहचान थी. हिंदी सिखाने का उनका तरीका अनोखा था. योगेश यह भी बताते हैं कि उनकी इस भाषा पर पकड़ उन्हीं हिंदी अध्यापक की वज़ह से हुई.
'भाभीजी घर पर हैं' में मनमोहन तिवारी का किरदार निभाने वाले रोहिताश्व गौड़ बताते हैं कि हिंदी भाषा हम सभी को एक धागे में पिरोती है. घर और कामकाज, दोनों जगह हिंदी मेरी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है. छात्र जीवन में यह मेरा पसंदीदा विषय था. मैं अपने बच्चों को हिंदी में बातचीत के लिए प्रोत्साहित करता हूं. वहीं अंगूरी भाभी का किरदार निभाने वाली शुभांगी अत्रे कहती हैं कि मेरी मां ने मुझे हिंदी सिखाई, और यही कारण है कि मैं भाषा में बहुत अच्छी हूं. मुझे अपने हिंदीभाषी होने पर गर्व है और मेरा ख्याल है कि सभी को ऐसा ही महसूस करना चाहिए. खास बात यह की सोशल मीडिया मुंबई फिल्म उद्योग व छोटे परदे से जुड़े तमाम कलाकारों ने अपनी बधाई दी है, जिनमें विदिशा श्रीवास्तव, मनीष वाधवा और जितेन लालवानी जैसे नाम शामिल हैं.