केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि वेब सीरीज को लेकर कई तरह की बातें होती हैं। यह भी कहा जाता है कि इस पर तो सेंसरशिप है ही नहीं। मैं इतना कहना चाहता हूं कि फिल्म एक लोकतांत्रिक माध्यम है और यही इसकी ताकत है। इसकी सेंसरशिप के बारे में कोई भी निर्णय सबसे चर्चा करके ही लिया जाएगा। जावड़ेकर दैनिक जागरण फिल्म फेस्टिवल के दसवें संस्करण के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विदेशी फिल्मकारों को देश में शूटिंग के लिए एक ही अनुमति लेनी होगी, जो उन्हें एक सप्ताह में दी जाएगी। उद्घाटन समारोह में फिल्म अभिनेता अनिल कपूर, मशहूर कोरियोग्राफर और फिल्म निर्देशिका फराह खान, निर्देशक केतन मेहता, ताइपे के राजदूत चुंग वांग तिन, ईरान के उप राजदूत मसूद रेजवेनियन, दैनिक जागरण समूह के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक महेंद्र मोहन गुप्त, सीईओ व प्रधान संपादक संजय गुप्त, डीएस ग्रुप के निदेेशक अतुल जैन समेत अन्य प्रसिद्ध शख्सियतें मौजूद थीं।
राजधानी के सिरीफोर्ट अॉडिटोरियम में बृहस्पतिवार को रजनीगंधा के सहयोग से आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह की शुरुआत दैनिक जागरण के संस्थापक स्वर्गीय पूर्ण चंद्र गुप्त व पूर्व प्रधान संपादक स्वर्गीय नरेंद्र मोहन गुप्त की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर व दीप जलाकर की गई। कार्यक्रम में जावड़ेकर ने दस साल तक लगातार फिल्म फेस्टिवल के भव्य आयोेजन के लिए जागरण को बधाई देते हुए कहा कि यह सराहनीय है। 18 शहरों में दिखाई जाने वाली ये फिल्में दर्शकों से सीधा संवाद करती हैं। हमें सिनेमा के महत्व को समझना होगा। सिनेमा जिंदगी का अहम हिस्सा है। यह समाज को जोड़ता है, तोड़ता नहीं। इस फिल्म फेस्टिवल में हर साल सिनेमा के नए आयाम दिखें, इसकी कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि परसों मेेरे पास कुछ दृष्टिबाधित लोग आए थेे। उन्होंने ऐसा सॉफ्टवेयर दिखाया जो फिल्मों में दो संवाद के बीच के स्थान में क्या घट रहा है, उसे भी सुनाता है। मैं फिल्मकारों से भी अनुरोध करूंगा कि वे इसे प्रोत्साहित करें।
केतन मेहता ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बॉलीवुड में बनने के बावजूद एक कमी महसूस की जा रही थी, जिसे जागरण फिल्म फेस्टिवल ने पूरा किया। जागरण ने एक अनोखी सिनेमा संस्कृति तैयार की है। कार्यक्रम में संजय गुप्त ने कहा कि सिनेमा सोसायटी की जरूरत को दिखा रहा है। जागरण फिल्म फेस्टिवल 18 शहरों में जाएगा, 400 फिल्में दिखाएगा और आशा करता हूं कि भविष्य में यह विश्व के सर्वश्रेष्ठ फेस्टिवल में शुमार हो जाएगा।