जयपुरः जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ने अपने लेखकों और अतिथियों की घोषणा कर दी है और दावा किया है कि यह पहले से बड़ा आयोजन होगा. वार्षिक जयपुर साहित्य उत्सव 24 से 28 जनवरी तक राजस्थान की राजधानी के दिग्गी पैलेस में आयोजित होगा. इस उत्सव में लेखक, चिंतक, मानवतावादी, सियासतदां, कारोबारी, खेल एवं मनोरंजन जगत से जुड़े विभिन्न नाम वक्ताओं की सूची में शामिल हैं. लेखकों में अश्विन सांघी, शोभा डे, फिल्मकार मेघना गुलजार और कलाकार सुबोध गुप्ता का नाम कार्यक्रम के 250 वक्ताओं में शामिल है. केंद्रीय मंत्री के जे अल्फोंस, मिस्र की लेखिका और सांस्कृतिक टिप्पणीकार अहदाफ सुएैफ, सामाजिक कार्यकर्ता अरूणा रॉय, पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त नवीन बी चावला एवं इतिहासकार रूबी लाल के अलावा, संस्कृत के विद्वान जेम्स मिलिसन, अशोक चक्रधर और मनोरंजन व्यापारी जैसे साहित्यकार भी इसमें शामिल हैं.

 उत्सव में बीते सालों में पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित लेखकों को मंच दिया गया है इस साल भी प्रतिष्ठित पुरस्कार से दो बार नवाजे गए स्टीव कॉल हैं. फिल्मों के जानकार जेरी पिंटो, गीतकार एवं रेडियो कार्यक्रम प्रस्तोता नीलेश मिसरा भी होंगे. साहित्य उत्सव के साथ-साथ चलने वाले जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) उत्सव के दौरान भी प्रकाशकों, साहित्यक एजेंटों, अनुवाद एजेंसियों और लेखकों का जमावड़ा होगा. जेबीएम ने इस साल आई राइट माई स्टोरिज़नाम से एक नई पहल का ऐलान किया है. इसके तहत लेखकों से उनकी ऐसी रचनाओं को साझा करने को कहा जाएगा जो प्रकाशित नहीं हुई हैं. आयोजकों ने कहा कि यह नवोदित लेखकों को मौका मुहैया कराने की कोशिश है जो अपनी रचनाओं के लिए किसी मंच की तलाश में रहते हैं. अन्य वक्ताओं में अमिताभ बगची, अमिताव कुमार, अनिता नायर, देवदत्त पटनायक, जेम्स क्रेबट्री, कनिष्क थरूर, किम वागनेर, मकरंद परांजपे, नैना लाल किदवाई, राणा दास गुप्ता, रॉय स्ट्रॉन्ग, रूथ पडेल, संदीप उन्नीथन और शुभांगी स्वरूप शामिल हैं. जेएलएफ ने बड़े अच्छे ढंग से साहित्य के बाजार को समझ लिया है और अपनी हाइप बनाए रखने के लिए अलगअलग सूची जारी कर रहा है.