इलाहाबादः हिन्दी सेवी संस्थान उत्तर प्रदेश ने कविता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले मुंगेर के कवि शहंशाह आलम को उनके कविता संग्रह 'इस समय की पटकथा' के लिए वर्ष 2018 का सव्यसाची सम्मान इलाहाबाद में आयोजित एक समारोह में दिया. यह आयोजन महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के क्षेत्रीय केन्द्र इलाहाबाद के सभागार में शहंशाह आलम को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में शहंशाह आलम पर केंद्रित साप्ताहिक शहर समता के विशेषांक का लोकार्पण भी हुआ. उन्होंने खुद भी अपनी कविताएं सुनाईं. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आलोचक प्रोफेसर राजेन्द्र कुमार ने की और मुख्य अतिथि थे वरिष्ठ कवि और उपन्यासकार श्रीप्रकाश मिश्र.
दो सत्रों में बंटे इस आयोजन में काव्य पाठ भी हुआ. सभी वक्ताओं ने कवि शहंशाह आलम के कृतित्व पर चर्चा की. यह उनका पांचवां कविता-संग्रह था. हालांकि शहंशाह आलम की अब तक कविता संग्रह और आलोचना की सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. समारोह में स्वप्लिन श्रीवास्तव, रतीनाथ योगेश्वर, कवि श्रीरंग जैसे साहित्यकार, रचनाकार भी मौजूद थे. शहंशाह आलम को सम्मान मिलने पर वरिष्ठ साहित्यकार अनिरुद्ध सिन्हा, कौशल किशोर पाठक, प्रो. तारकेश्वर प्रसाद यादव, अमरेन्द्र ठाकुर, नीरज पाठक, अलका सिन्हा, समदर्शी अशोक, अमीर हमजा आदि ने बधाई दी है. सोशल मीडिया पर भी उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा है.