नई दिल्लीः न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी उत्तरी क्षेत्र की ओर से लॉक डाउन के अन्तर्गत ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस कवि सम्मेलन की अध्यक्षता गीतकार डॉ चेतन आनंद ने की. संचालन हास्य कवि बाबा कानपुरी ने किया. कवि सम्मेलन में हास्य कवि सुनहरी लाल 'तुरन्त', मंडल प्रबंधक डॉ राजपालसिंह यादव, उप महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन, क्षेत्रीय प्रबंधक मुम्बई डॉ अमरीश सिन्हा ने काव्यपाठ किया. डॉ चेतन आनंद ने सरस्वती वंदना के बाद लॉक डाउन पर लोगों को आगाह करते हुए गीत सुनाया, “बनाकर झुंड गलियों में हमेशा घूमना-फिरना, अजी सब छोड़िये वरना तबीयत और बिगड़ेगी…” मंच संचालन करते हुए हास्य कवि बाबा कानपुरी ने कविता के कई रंग बिखेरे. उन्होंने पढ़ा, “लॉक डाउन में घर पर रहिए, बाहर नहीं निकलिए, प्राणायाम कीजिए बेशक छत पर खूब टहलिए. है इसी में भलाई तुम्हारी.“
हास्य कवि सुनहरी लाल तुरंत की हास्य कविताओं का लोगों ने खूब आनंद लिया. उन्होंने पढ़ा, “अपनी लाडो बिटिया को घर पर बुलवा लो पापा जी.' हालांकि इस दौरान कोरोना के योद्धाओं पर उनकी यह मार्मिक कविता भी खूब सराही गई, “कोराना से लड़ रहे, जो दुख सहकर युद्ध. आप उन्हीं पर हो रहे, बिना बात के क्रुद्ध. डॉक्टर राजपाल सिंह यादव ने पढ़ा, “व्योम सी अट्टालिकाओं में अकेला, गहनतम निर्जन विजन से लड़ रहा हूं.' समाज के अराजक तत्वों पर प्रहार करते हुए अरुण कुमार जैन की कविता थी, “इंसान को इंसानियत से जीना नहीं आया, खून पीने वालों को अमृत पीना नहीं आया.' डॉ अमरीश सिन्हा ने एक बेहद मार्मिक कविता पढ़ी, “'तुम आते हो दफ्तर से घर तभी लगता है, मैं हूं, और है कोई अपना, अपने अस्तित्व का तभी आभास भी होता है.” कवि सम्मेलन के समापन पर क्षेत्रीय प्रबंधक विजय कुमार ग्रोवर ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए सभी कवियों और विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर सहायक प्रबंधक गरिमा कालरा, क्षेत्रीय प्रबंधक सुनील गांधी, सहायक प्रबंधक प्रभात गोयल, राजकुमार आदि की उपस्थिति भी सराहनीय थी.