जयपुर: प्रगतिशील लेखक संघ द्वारा आयोजित समानांतर साहित्य उत्सव में भीष्म साहनी मंच पर चर्चित लेखक उदय प्रकाश से कहानी की कला विषय पर बातचीत आयोजित की गई। उनसे बात की दुर्गा प्रसाद अग्रवाल और कथाकार उमा ने। कहानी पर बात करते हुए उदय प्रकाश ने कहा " किसी भी कहानी के लिए सबसे पहले कहानी जरूरी है। वाल्टर बेंजामिन ने कहा है कि कहानी सबसे पुरानी विधा है । कहानी कोई बोलता था फिर कोई सुनता था फिर दूसरा किसी और को सुनाता था। उदय प्रकाश ने आगे कहा कि जिस कहानी से आवाज नहीं आती है वो अच्छी कहानी नहीं होती। कहानी कही जाती है, सुनी जाती है और सुनाई जाती है। किसी घटना के आगे जाना और पीछे जाना ही कहानी है। भूत भविष्य वर्तमान को जोड़ती है कहानी।
बातचीत के दौरान उनकी कहानियों तिरिछ, वारेन हेस्टिंग्स का सांड, और अंत में प्रार्थना आदि पर चर्चा करते हुए उदयप्रकाश ने कहा " समाज संगीत की तरह होना चाहिए। उसे बमों-बारूदों हथियारों में मत बाँटिये। जनसंख्या समस्या नही है। चीन ने उसका सही इस्तेमाल किया । आने वाले समय मे भारत सबसे नौजवान होगा लेकिन क्या हम प्रोडक्टिव होंगे। कला मनुष्य की राजनीति करती है। "