जयपुरः चौथा महाकवि कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार इस साल जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2019 में समकालीन तमिल साहित्य की जानी-मानी हस्ताक्षर राजथी सलमा को दिया जाएगा. सलमा की कई किताबों का अनुवाद अंग्रेजी सहित दूसरी भारतीय भाषाओं में हो चुका है. उनके एक उपन्यास का अंग्रेजी अनुवाद लक्ष्मी होल्मस्ट्रोम ने 'द ऑवर पास्ट मिडनाईट' नाम से किया, जिसे क्रॉसवर्ड बुक प्राइज के लिए नामांकित किया गया था. यह किताब मैन एशियन डीएससी अवार्ड की लॉन्गलिस्ट में भी शामिल की गई थी. सलमा को महाकवि कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार डिग्गी पैलेस में 27 जनवरी शाम साढ़े चार बजे दिया जाएगा. महाकवि कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार की चयन प्रक्रिया में साहित्य और कला जगत की महत्वपूर्ण हस्तियां हिस्सा लेती हैं, जिनमें नमिता गोखले, संजॉय के. रॉय, सुकृता पॉल, सुदीप सेन और जयप्रकाश सेठिया का नाम शामिल है.
पुरस्कार की घोषणा करते हुए संजॉय के. रॉय ने कहा, “हर साल हम युवा कलाकारों, लेखकों और कवियों को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के माध्यम से एक ऐसा लोकतान्त्रिक मंच दिलवाने की कोशिश करते हैं, जहां वह अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें. महाकवि कन्हैयालाल सेठिया अवार्ड काव्य के क्षेत्र में विशिष्ठ योगदान के लिए प्रदान किया जा रहा है. पिछले कुछ सालों में कविता पर बहुत सारा ध्यान केन्द्रित किया गया है और हमारे फेस्टिवल की तो एक साल की थीम ही ‘पोएटिक इमेजिनेशन’ थी. इस साल भी हम कला के इस रूप की सराहना और प्रोत्साहन की दिशा में एक और प्रयास करने जा रहे हैं." ज्यूरी के सदस्य जयप्रकाश सेठिया ने कहा, "सेठिया अपने जीवनकाल में ही अपने दुर्लभ कामों की वजह से एक खास पहचान बना चुके थे. एक आंकलन के मुताबिक, दुनिया भर के 15 मिलियन से ज्यादा लोग सेठिया और उनके काम से परिचित थे."