भोपालः दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय में स्थापना दिवस समारोह 'प्रणाम-2018' के तहत तीन दिवसीय समारोह संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में पहले दिन उस्ताद सखावत हुसैन ने दुष्यंत कुमार की गजलों की प्रस्तुति दी. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास रहेगा कि संग्रहालय का नया भवन स्मार्ट सिटी में ही दुष्यंत कुमार स्मारक के रूप में बने. उनका कहना था कि साहित्यकार समाज को दिशा देता है और दुष्यंत कुमार, शरद जोशी और कमलेश्वर जैसे साहित्यकारों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया है.
खास बात यह रही कि महान हिंदी गज़लकार दुष्यंत कुमार की याद में होने वाले इस वार्षिक प्रतिष्ठा समारोह 'प्रणाम 2018' में वरिष्ठ कहानीकार शशांक, संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज और डॉ. नीलकमल कपूर के हाथों कवि, कथाकार पंकज सुबीर को 'कमलेश्वर सम्मान' से नवाजा गया. इस कार्यक्रम के दूसरे चरण में उस्ताद सखावत हुसैन ख़ान ने कई दिलकश गजलें पेश कीं. इसके साथ ही रायपुर के गिरीश पंकज को सुदीर्घ साधना सम्मान और भोपाल के डॉ. गंगाप्रसाद गुप्त बरसैया को आंचलिक भाषा सम्मान से सम्मानित किया गया. संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज ने बताया कि दिवंगत पदाधिकारियों की स्मृति में हर साल दिए जाने वाले स्मृति अलंकरण भी दिए गए. इनके अलावा इस कार्यक्रम में बृजेश राजपूत, अनुराग तिवारी, अनुराग मालवीय, प्रवीण पांडे, भोजराज उच्चसरे, नीलम तिवारी को सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम लगातार युवा, समकालीन और वरिष्ठ साहित्यकारों के सम्मान के लिए भी जाना जाता है.