पटना। भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) का प्लैटिनम जुबली समारोह आरम्भ हो गया है। पटना में इप्टा प्लैटिनम जुबली समारोह की शुरुआत दिन में गांधी मैदान में स्थित गाँधी मूर्ति, कारगिल चौक और भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण से हुई। भारतीय नृत्य कला मंन्दिर मुक्ताकाश मंच पर पांच दिवसीय समारोह का उदघाटन करते हुए प्रख्यात फ़िल्म अभिनेत्री शबाना आज़मी ने कहा " जब मैं छोटी थी तो मेरे पिता कैफ़ी आज़मी साहब मुझे मदनपुरा के मज़दूरों के रैली में ले जाते थे। जब दुनिया में आँखे खोलीं तो सबसे पहले सुर्ख ( लाल) रंग ही देखी। सच कहिये तो लाल रंग लोगों को जोड़ने के काम आता है। आज लड़ाई धर्म और मज़हब की नहीं बल्कि विचारधारा की है। मैं एक महिला हूँ, बेटी हूँ, पत्नी हूँ, फिल्म अभिनेत्री हूँ, सामाजिक कार्यकर्ता हूँ, और मैं एक मुस्लिम हूँ। मुस्लिम शब्द आते ही मेरी सारी पहचान गौण हो जाती हैं , और मेरी पहचान मुस्लिम की रह जाती है।"
चर्चित फिल्मकार सईद अख्तर मिर्जा ने इप्टा पर वामपंथी विरासत के प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा " जन नाट्य संघ ने भारत में संस्कृति की अवधारणा को पुनर्परिभाषित किया।" दलित चिंतक कांचा इलैया ने समारोह में कहा " यह सोशल स्मगलिंग का दौर है। भारत में गाय की बजाय भैंस ज्यादा महत्वपूर्ण है।"
प्रसिद्ध रंगकर्मी एम.के रैना ने पुराना संकीर्ण दायरा छोड़ व्यापक मोर्चे की बात करते हुए कहा " जितने भी नाटक और गीत गाने वाले हैं सभी वाम रुझानों वाले हैं।" शुरुआत में इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव राकेश ने इप्टा की पूरी रवायत की चर्चा की और महान कलाकार चार्ली चैप्लिन का उदाहरण देते हुए कहा " चार्ली चैपलिन से किसी ने पूछा कि कला क्या है? उन्होंने जवाब दिया कला ,जनता के नाम लिखा हुआ प्रेमपत्र है।"
इप्टा के इस समारोह को गुजरात के युवा नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी संबोधित किया। जिग्नेश ने कहा " हमें आज सिर्फ नीले और लाल रंग ही नहीं बल्कि सभी रंगों की बात करनी है।" जे.एन. यू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया ने खुद के व्यक्तित्व पर इप्टा के प्रभाव का जिक्र करते हुए बतलाया " यदि मैं आने गाँव के इप्टा में सक्रिय न होता तो मुझमें ये चेतना भी न आयी होती। मेरे द्वारा गाया जाने वाला 'आज़ादी ' का गाना भी इप्टा का है। आज बहुत ऐसे स्टैंडअप कॉमेडियन हैं जो इप्टा जैसे किसी संगठन से नहीं जुड़े हैं लेकिन उनके कंटेंट उतने ही प्रगतिशील हैं। हमें ऐसे लोगों को जोड़ना है क्योंकि आज अपने देश में ऐसा वक्त है कि सवाल सत्ता पक्ष से नहीं बल्कि विपक्ष से ही पूछा जा रहा है।" समापन वक्तव्य इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर सिंह ने दिया।
उदघाटन समारोह में पूरे देश से आये कलाकार मौजूद थे। संचालन डेज़ी नारायण ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन सज्जाद जहीर की पुत्री नूर जहीर ने किया।