ई-संवादी old2018-05-21T08:25:03+05:30

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आध्यात्मिक मूल्यों की अवहेलना कर केवल भौतिक प्रगति को अपनाना आखिरकार विनाशकारी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

By |June 10th, 2024|

नई दिल्ली: "विश्व इतिहास और राष्ट्रों के इतिहास के स्वर्णिम अध्याय हमेशा आध्यात्मिक मूल्यों पर आधारित रहे हैं. विश्व इतिहास इस बात का साक्षी है कि आध्यात्मिक मूल्यों की अवहेलना करके [...]

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत के समर कैंप में राष्ट्रीय बाल साहित्य केंद्र ने टाम एंड जैरी को बच्चों के लिए बुलाया

By |June 10th, 2024|

नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत के समर कैंप में बच्चों ने अपने पसंदीदा कार्टून करेक्टर टाम एंड जैरी के साथ खूब मस्ती की. 'लैट अस मीट टाम एंड जैरी' कार्यक्रम को [...]

भावी पीढ़ियों के लिए हमारी जैव विविधता और पारंपरिक ज्ञान की रक्षा करने की आवश्यकता: उपराष्ट्रपति धनखड़

By |June 10th, 2024|

नई दिल्ली: "भारत की पारंपरिक चिकित्सा की समृद्ध टेपेस्ट्री हमारे पूर्वजों के गहन ज्ञान का प्रमाण है. इसमें आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और योग शामिल है. यह विज्ञान, दर्शन और आध्यात्मिकता का एक ऐसा आदर्श [...]

ये हमको क्या हुआ है क्यों हमें रोना नहीं आता… अखिल भारतीय साहित्य परिषद की गाजियाबाद में काव्य-संध्या

By |June 10th, 2024|

गाजियाबाद: अखिल भारतीय साहित्य परिषद महानगर इकाई की काव्य संध्या में दो दर्जन से अधिक कवि-कवयित्रियों ने कविता पाठ कर भीषण गर्मी में शीतलता का अहसास कराया. इस काव्य-संध्या का [...]

बीकानेर में नवकिरण सृजन सम्मान अर्पण समारोह के साथ ही आशीष दशोत्तर के साहित्य सृजन पर चर्चा

By |June 10th, 2024|

बीकानेर: नवकिरण सृजन मंच ने पत्रकार एवं साहित्यकार आशीष दशोत्तर के सृजन पर चर्चा एवं नवकिरण सृजन सम्मान अर्पण समारोह का आयोजन किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार, कवि एवं [...]

पत्रकारिता कथानक का रेखाचित्र देती है और साहित्य प्राण चेतना देता है: नारद जयंती कार्यक्रम में डा रामनरेश

By |June 10th, 2024|

उन्नाव: "पत्रकारिता और साहित्य एक सिक्के के दो पहलू हैं. पत्रकारिता अल्पकालिक है. साहित्य दीर्घकालिक है. पत्रकारिता और साहित्य के गहरे संबंध हैं. दोनों एक दूसरे के पूरक हैं." यह बात सरस्वती [...]

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