नई दिल्ली: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के समानांतर चलने वाला जयपुर बुकमार्क अपने 11वें संस्करण के लिए तैयार है. यह जानेमाने प्रकाशकों, लिटरेरी एजेंटों, संपादकों, अनुवादकों और पुस्तक विक्रेताओं को एक छत के नीचे लेकर आता है. जेएलएफ को-डायरेक्टर नमिता गोखले के मुताबिक जयपुर बुकमार्क प्रकाशन क्षेत्र में अपने योगदान के लिए प्रतिबद्ध है. 2024 के इस संस्करण में देश-दुनिया के श्रेष्ठ वक्ता और जागरूक श्रोता भाग लेंगे. इस दौरान हमारे राइट्स कैटेलाग का लोकार्पण भी होगा, जिससे अनुवाद व विश्व साहित्य को आपस में मिलाने की हमारी कोशिशों को बल मिलेगा. जयपुर बुकमार्क की निदेशक मनीषा चौधरी के मुताबिक, जयपुर बुकमार्क 2024 में प्रकाशन जगत के विशेषज्ञों के साथ मुख्यधारा के प्रकाशक, देशी-विदेशी भाषाओं के प्रकाशक एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे. हमारा मकसद इन पांच दिनों में किताब को व्यवसाय से मिलाना है.
इस दौरान जारी किए जाने वाले जयपुर बुकमार्क राइट्स कैटेलाग का लोकार्पण होगा, जिसमें पांच भाषाओं के पचास शीर्षक शामिल होंगे. इस कैटेलाग में विभिन्न प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी की किताबें शामिल होंगी, जिनके राइट्स बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे. इस कैटेलाग में किताबों से संबंधित जरूरी जानकारी जैसे किताब का कवर, ब्लर्ब, लेखक, अनुवादक का वर्णन, पृष्ठ संख्या और उपलब्ध राइट्स का ब्यौरा होगा. इस दौरान भविष्य पर दृष्टि डालने वाले सत्र जैसे एआई और पब्लिशिंग, पाडकास्ट, और प्रकाशन और ओटीटी में बढ़ती नजदीकी; प्रकाशन की उपलब्धियों, नए कीर्तिमान पर चर्चा होगी जो नई पीढ़ी को प्रेरित करेंगे. इसके अलावा एजुकेशनल पब्लिशिंग, डिक्शनरी की अनसुनी कहानियां और बच्चों की पिक्चर बुक्स पर भी सत्र होगा. जयपुर बुकमार्क जर्मनी, स्पेन, नाइजीरिया, मालदीव, मारीशस, यूएसए और यूके के प्रकाशकों की मेजबानी भी करेगा, जो सरहद के पार बिजनेस की संभावनाएं तलाशेंगे.