लखनऊः कथाक्रम 2018 का छब्बीसवां समारोह लखनऊ के कैसरबाग में 18 अक्तूबर को हो रहा है, जिसके आमंत्रित अतिथियों की घोषणा कर दी गई है. इस साल आनंद सागर स्मृति 'कथाक्रम सम्मान' के लिए चर्चित और प्रतिभाशाली कथाकार मनोज रूपड़ा को चुना गया है, जिसकी घोषणा पहले ही की जा चुकी है. सम्मान समारोह के अलावा कथाक्रम 2018 के दौरान 'भीड़तंत्र बनाम लोकतंत्रः रचनात्मक चुनौतियां' पर संगोष्ठी भी आयोजित की गई है. संगोष्ठी में भाग लेने के लिए गिरिराज किशोर, शेखर जोशी, राजेंद्र राव, जयप्रकाश कर्दम, महेश कटारे, प्रेम कुमार मणि, रोहिणी अग्रवाल, मोहन दास नैमिषारण्य, राकेश कुमार सिंह, प्रियंवद, प्रो. राज कुमार, अमरीक सिंह दीप, मूलचंद गौतम, कंवल भारती, मनोज रूपड़ा, चंद्रकला त्रिपाठी, डॉ. रामविनय शर्मा, नीरज खरे, मुन्ना तिवारी, डॉ. बसंत त्रिपाठी, मीना गुप्ता और दिनेश कुमार जैसे कथाकारों, विचारकों को बुलाया गया है.
याद रहे कि लखनऊ से प्रकाशित होने वाली साहित्यिक पत्रिका 'कथाक्रम' की ओर से हर साल आनंद सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान समारोह आयोजित होता है, जिसकी काफी प्रतिष्ठा है. इस बार बाइसवां सम्मान दिया जा रहा है, जबकि सालाना समारोह शृंखला का 26वां आयोजन है. कार्यक्रम के आयोजक शैलेंद्र सागर के मुताबिक इस समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों के साहित्यकार, लेखक, पत्रकार शिरकत करते हैं. इस कार्यक्रम में जिस लेखक को सम्मानित किया जाता है, उस की रचना और व्यक्तित्व पर केंद्रित पूरा एक सत्र होता है, जिसे कोई वरिष्ठ लेखक ही सम्मानित करता है. शेष सत्र साहित्य, रचना व समकालीन विषय पर होते हैं. कथाक्रम सम्मान से अब तक संजीव, कमलाकांत त्रिपाठी, चंद्रकिशोर जायसवाल, मैत्रेयी पुष्पा, ओमप्रकाश वाल्मिकी, शिवमूर्ति, दूधनाथ सिंह, असगर वजाहत, उदयप्रकाश, भगवानदास मोरवाल, प्रियंवद, मधु कांकरिया, महेश कटारे, अब्दुल बिस्मिल्लाह, स्वयं प्रकाश, तेजिंदर, जयनंदन, नासिरा शर्मा, अखिलेश, राकेश कुमार सिंह और जया जादवानी जैसे स्थापित रचनाकारों को सम्मानित किया जा चुका है.