नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुस्तक, पाठक और लेखक से जुड़ी एक अनूठी पहल की. नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने राजधानी के वसंत कुंज में सार्वजनिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें 50 से अधिक पाठकों ने एक साथ मिलकर योग का लाभ उठाया. इस अवसर पर प्रख्यात लेखक रमेश बिजलानी ने एनबीटी, इंडिया के सार्वजनिक योगाभ्यास कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि हालांकि योग अभ्यास और अनुभव का विषय है और ध्यान करने से उसके आध्यात्मिक पहलू की पुष्टि होती है, लेकिन यह भी सच है कि इसके संचार में पुस्तकों का बहुत महत्त्व है और इस दिशा में नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत ने राजधानी स्थित अपने मुख्यालय परिसर में योगाभ्यास का कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में पुस्तक प्रेमियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. योगगुरु डा पूरण चंद ने वहां उपस्थित पाठकों को अनुलोम-विलोम, ताड़ासन, वृक्षासन, मंडुकासन, धनुरासन आदि सरल व्यायामों का सही-सही अभ्यास करना सिखाया. उन्होंने पाठकों को प्रेरित किया कि वे योग को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें. नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने योग पर भी कई पुस्तकें प्रकाशित की हैं, जिसमें आचार्य बालकृष्ण की पुस्तक ‘बेहतर कल के लिए योग के साथ बढ़ें…‘ और लेखक रमेश बिजलानी की पुस्तक ‘ए प्राइमर आफ योगा‘ शामिल हैं.