मुंगेली: शरद पूर्णिमा पर आगर साहित्य समिति ने शरद उत्सव का आयोजन किया. इस अवसर पर ‘काव्य संध्या’  में कवियों ने श्रृंगार और चांद पर शानदार गीत व गजल प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का शुभारंभ समिति के संरक्षक जेठमल कोटडिया, प्रवीण वैष्णव, डा अजीज रफीक, अशोक गुप्ता, योगेश शर्मा, प्रमोद पाठक, सुशील शुक्ला, जय ताम्रकार, राजेंद्र पाटकर और नरेंद्र पाटकर द्वारा मां सरस्वती के पूजन वंदन के साथ हुआ. सरस्वती वंदना सुधारानी शर्मा एवं स्वागत उद्बोधन समिति के उपाध्यक्ष महेंद्र यादव ने किया. आगर साहित्य समिति के संरक्षक जेठमल कोटडिया ने कहा कि हमारी समिति द्वारा शरद उत्सव मनाने की पुरानी परंपरा है. इसे आज तक निर्वहन किया जा रहा है. मैं आगर साहित्य समिति के सभी साहित्यकारों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. कार्यक्रम के अतिथि प्रवीण वैष्णव ने कहा कि समिति के ऊर्जावान सदस्यों के माध्यम से जो साहित्य की सरिता प्रवाहित हो रही है. आप सबके मध्य उपस्थित होकर बहुत अच्छा लग रहा है. आप सबको मैं शरद पूर्णिमा की बहुत-बहुत बधाई देता हूं. योगेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में दिनकर, कुमार विश्वास और हरिओम पवार की पंक्तियों का प्रयोग किया.

समारोह में प्रमोद पाठक ने कहा कि आगर साहित्य समिति नगर की सबसे पुरानी साहित्यिक संस्था है. साहित्य के माध्यम से ही कवि राष्ट्र की भावनाओं को समाज के मध्य प्रस्तुत करते हैं. सुशील शुक्ला ने कहा कि मुंगेली में हमेशा कवि और कविता को खूब स्नेह मिला है. यहां देश के बड़े-बड़े कवियों का आगमन हुआ और मुंगेली के श्रोता उन्हें पूरी रात बड़ी तन्मयता से सुना करते थे. यह परंपरा निरंतर बना रहे, यही कामना करता हूं. इसके बाद कवि-गोष्ठी में मुंगेली नगर के कवियों के साथ ही कवर्धा, लोरमी और तखतपुर के कवि भी सम्मिलित हुए. यह कार्यक्रम अनवरत 3 घंटे तक चलता रहा. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रवीण वैष्णव, जेठमल कोटडिया, डाक्टर अजीज रफीक, प्रमोद पाठक, योगेश शर्मा, सुशील शुक्ला, जय ताम्रकार, नंदराम यादव, राकेश गुप्त निर्मल, जगदीश प्रसाद देवांगन, अशोक गुप्ता, देवेंद्र परिहार, देव गोस्वामी, महेंद्र यादव, रविन्दर सिंह छाबड़ा, स्वतंत्र तिवारी, सुधारानी शर्मा, ज्वाला प्रसाद कश्यप, सीमा यादव, कौशल सोनी, कमल किशोर सोनी, हूप सिंह क्षत्रिय, पारसमणी शर्मा, वीरेंद्र चंद्रवंशी, कैलाश चंद्रवंशी, योगेंद्र चंद्रवंशी, हेमंत कश्यप, अविनाश श्रीवास, विभा सोनी, राजेश सोनी, अशोक कुमार यादव, रामभरोस यादव, रेवती यादव, शुभम यादव, विजेंद्र मानिकपुरी आदि की भूमिका रही. संचालन देवेंद्र परिहार तथा आभार  अशोक गुप्ता ने किया.