विजयपुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जम्मू-कश्मीर के 60वें राज्य सम्मेलन में पद्मश्री से सम्मानित डोगरी लोक कलाकार रोमालो राम ने कहा कि हमें अपने ज्ञान, साहित्य और भाषाओं को संरक्षित करना चाहिए. वे सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. इस अवसर पर देवयानी सिंह राणा और परिषद के राष्ट्रीय सचिव आदित्य टाकियार भी उपस्थित थे. रोमालो राम ने अपने उद्बोधन में कहा कि अखिल भारतीय परिषद द्वारा विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को राष्ट्रीय कार्य में शामिल करके राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में एक महान भूमिका निभा रहा है. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए भी बहुत सम्मान की बात है कि एक स्थानीय डोगरी कलाकार इस सम्मेलन का हिस्सा बना है और प्रदर्शनी में डोगरी संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है.
देवयानी सिंह राणा ने कहा कि परिषद छात्रों को राष्ट्र के योगदान के लिए अपने विचारों और सोच को विकसित करने के लिए बेहतर मंच प्रदान करता है. उन्होंने युवाओं के बीच राष्ट्रवादी विचार स्थापित करने के लिए जम्मू कश्मीर में एबीवीपी के विभिन्न आंदोलनों को याद किया. उन्होंने कहा कि एक सशक्त लड़की समाज को सशक्त बना सकती है और एक सशक्त समाज हमें अपने राष्ट्र को सशक्त बनाने में मदद करता है. एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव आदित्य टाकियार ने एबीवीपी की उपलब्धियों और इतिहास पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि एबीवीपी वह संगठन है जिसने 90 के दशक में लाल चौक पर तिरंगा स्थापित करने के लिए चलो कश्मीर का आह्वान किया था. सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से कुल 525 छात्रों ने भाग लिया. उद्घाटन समारोह में परिषद के जम्मू कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष डा अजय कुमार शर्मा और राज्य सचिव सनक श्रीवत्स भी मौजूद रहे.