भोपाल: लोकतंत्र और साहित्य की यह जोड़ी काफी रोचक है. मध्य प्रदेश में मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया में मतदान के लिए प्रोत्साहित करने और युवाओं को निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ने के उद्देश्य से स्थानीय रविंद्र भवन में मतदाता महोत्सव के दौरान मतदान की प्रेरणा देने वाले साहित्य और गीत का विमोचन किया गया. इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमारनिर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेनिर्वाचन आयुक्त अरुण गोयलमप्र के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजनवरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मावरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त नीतेश व्यासउप निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार साहूउप निर्वाचन आयुक्त अजय भादूमहानिदेशक डा नीता वर्मा और निदेशक स्वीप संतोष अजमेरा ने उपस्थित थे. इस अवसर पर आयोग ने भारतीय डाक द्वारा जारी स्पेशल कवर एनवेलप का अनावरण किया. इसमें गोंड चित्रकार और पद्मश्री से सम्मानित दुर्गा बाई व्याम ने चित्रांकन किया है. आयोग ने एक केप बुक का विमोचन भी किया. इस केप बुक में निर्वाचन से संबंधित मार्गदर्शिका और नवीन सूचनाओं का समावेश है. महोत्सव में आयोग द्वारा मध्यप्रदेश स्वीप केलेंडर (राज्य/जिलों) का विमोचन किया गया.

मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए जागरूकता गीत है ‘मतदान अधिकार हमारा… जन जन को समझाना है…‘ जारी किया गया. मतदाताओं को लोकतंत्र की प्रक्रिया से जोड़ने में अहम भूमिका निभाने के लिए आयोग ने प्रदेश के स्टेट आइकन राजीव वर्माट्रांसजेंडर स्टेट आइकन संजना सिंह और बीएलओ बृज गोपाल चतुर्वेदी का शाल और श्रीफल से सम्मान किया गया. सतत रूप से मतदान में भाग लेने वाले 80 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध और दिव्यांग मतदाताओं का सम्मान किया गया. वयोवृद्ध मतदाताओं में भुकन बाई गढ़पालप्रहलाद सिंहशीला बाई और मांगीलाल का सम्मान किया गया. वहीं दिव्यांग मतदाताओं में तरुण का शाल और श्रीफल से सम्मान किया गया. नवीन युवा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए आयोग ने 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले युवाओं को एपिक कार्ड प्रदान किया. इसमें सुमित कुमार कोलीअभय यादव,अनुष्का श्रीवास्तवकाशिफप्रियांशी मालाकार और जोएल वर्गीस को एपिक कार्ड प्रदान किए गए. इस अवसर पर जनजाति कलाकारों द्वारा मतदाता जागरूकता आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई. मण्डला के सोनसाय बैगा के नेतृत्व में बैगा जनजाति समूहछिंदवाडा के कृपाल परपेती समूह ने और उज्जैन की स्वाति उखले और दल द्वारा मालवा मटकी लोक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति द्वारा मतदान की प्रेरणा दी गई.