पानीपत: राजधानी दिल्ली स्थित नीदरलैंड्स के राजदूतावास में एडवोकेट तथा सामाजिक राम मोहन राय द्वारा नीदरलैंड्स यात्रा पर लिखी पुस्तक का लोकार्पण समारोह आयोजित हुआ. इस अवसर पर नीदरलैंड्स की राजदूत मारिसा ग्रेरार्ड्स उपस्थित थीं. पुस्तक और उसके प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राजदूत ग्रेरार्ड्स ने कहा कि राम मोहन राय और उनकी पत्नी कृष्णा कांता का यह प्रयास दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत बनाएगा. इससे जमीनी स्तर पर लोग एक दूसरे को जान सकेंगे. उनका कहना था कि उन्हें और उनके पति को विश्व की इस सर्वाधिक पुरातन भारतीय संस्कृति, सभ्यता, इतिहास और सदाचार से बेहद प्यार है. वह भारत की अपनी नियुक्ति को अपना अहोभाग्य मानती हैं. उनका कहना था कि ‘वसुधैव कुटुंबकम‘ का वाक्य कोई कल्पित आदर्श नहीं है, अपितु जीवन जीने का एक ढंग है जो भारत ने पूरी दुनिया को दिया है.
याद रहे कि डच राजदूत मारिसा ग्रेरार्ड्स भारत सहित नेपाल एवं भूटान का कार्यभार देखती हैं. इससे पहले वे साउथ अफ्रीका में भी अपने देश की राजदूत रही हैं और नाटो में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है. मूलत: मनोविज्ञान, मानवाधिकार और सामाजिक मूल्यों की शिक्षिका ग्रेरार्ड्स की रुचि दुनिया भर के साहित्य में है. इस अवसर पर राम मोहन राय ने कहा कि उन्हें देश-देशांतर घूमने-फिरने का अवसर मिला, जिसे वह प्रभु कृपा मानते हैं. वैसे तो पूरी धरती और हर जगह अपने-अपने ढंग से सुंदर है परन्तु गत वर्ष नीदरलैंड्स की यात्रा ने उन्हें अत्याधिक प्रभावित किया और प्रेरणा दी कि अपनी इस यात्रा पर कुछ लिखूं. उसी प्रेरणा का परिणाम रहा कि 57 दिनों का यात्रा-वृतांत पुस्तक ‘सुहाना सफ़र- नीदरलैंड्स‘ के रूप में सामने आया है. जैसा साफ-सुथरा और सुगंध से भरा वह देश है वैसी ही यह पुस्तक भी है. मात्र एक महीने के अंतराल में ही यूनिकरिएशन पब्लिशर से प्रकाशित इस पुस्तक का दूसरा संस्करण आ गया है. इस अवसर पर राजदूतावास के अधिकारियों के अतिरिक्त गांधी ग्लोबल फैमिली की मुख्य महासचिव वीणा बहन भी उपस्थित रहीं.