सीकर: स्थानीय जैन भवन में 5 दिन तक चलने वाला शेखावाटी साहित्य संगम अपने शबाब पर है. उद्घाटन सत्र की शुरुआत मुख्य वक्ता अर्चना शर्मा, अंशु हर्ष व अरविंद महला ने संबोधित कर की. शेखावाटी संगम साहित्य कार्यक्रम इस बार ‘स्व आधारित भारत का नवोत्थान‘ थीम पर हो रहा है. कार्यक्रम के पहले दिन ‘सशक्त भारत‘ विषय पर स्टूडेंट्स ने पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया. शाम के सत्र में कवि सम्मेलन में कवि राम भदावर, हरीश हिंदुस्तानी ताऊ शेखावाटी, भूमिका जैन, लटूरी लठ के काव्यपाठ के अलावा सांस्कृतिक संध्या में महाराणा प्रताप के जीवन पर आधारित नाटक का मंचन भी हो रहा. आयोजित समिति के सदस्य दीपेंद्र सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि शेखावाटी के युवाओं को साहित्य, कला, संस्कृति से जोड़ने के लिए यह कार्यक्रम करवाया जा रहा है जो पूरे तरीके से डिजिटल फ्रेंडली होगा.
सीकर में लगे शेखावटी साहित्य संगम का एक पोस्टर भी जारी किया गया. इस दौरान विमल कुमार जैन, पंकज यादव, डा मुकेश शर्मा, दीपेंद्र सैनी, डा नेकीराम आर्य, डा सुलोचना महला, दीपिका शर्मा, जितेंद्र बिजारणिया, राहुल सुंडा, डा बबिता, चंद्रवेश चोटिया उपस्थित थे. इस आयोजन में यूट्यूबर रुचि, प्रोफेसर संगीता प्रणवेंद्र, मेजर डा सुरेंद्र पूनिया आदि शामिल हो रहे हैं. इस कार्यक्रम में स्कूल व कॉलेज स्टूडेंट्स के बीच वाद-विवाद, नृत्य, पोस्टर आदि प्रतियोगिताएं भी हो रही हैं. इतना ही नहीं, शेखावाटी संगम साहित्य कार्यक्रम में पुस्तक मेला भी लगाया गया गया है, जिसमें देशभर के 50 प्रकाशन जैन भवन पहुंचे हुए हैं. साहित्य संगम में लगे इन स्टालों पर 100 विषयों से जुड़े 1121 शीर्षकों से संबंधित 4 हजार पुस्तकें उपलब्ध हैं. इसके साथ हैंडीक्राफ्ट व कलाकृतियों के अनेक स्टाल लगाए गए हैं.