नई दिल्ली: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में ‘विविधता का अमृत महोत्सव’ के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया. यह एक ऐसा वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव है जो विभिन्न क्षेत्रों की अनूठी परंपराओं को प्रदर्शित करके भारत की विविध विरासत का जश्न मनाता है. इस बार के अमृत महोत्सव में पांच राज्यों कर्नाटक ,केरल, तमिलनाडु तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के साथ दो केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप और पुडुचेरी की जीवन सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानने का अच्छा मौका है.
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा ने कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि इस उत्सव में लगभग 500 कारीगर और बुनकर भाग ले रहे हैं. इसी महोत्सव में उन्होंने साहित्य अकादेमी द्वारा दक्षिण भारतीय भाषाओं में प्रकाशित और हिंदी, अंग्रेजी में अनूदित साहित्य की पुस्तक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया. इस प्रदर्शनी के बारे में राष्ट्रपति को विस्तृत जानकारी साहित्य अकादेमी के सचिव के श्रीनिवासराव ने दी. इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं टेक्सटाइल मंत्री गिरिराज सिंह भी उपस्थित थे. यह महोत्सव 9 मार्च तक सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा.