बलरामपुर: संस्कार भारती संस्था ने ‘कुसमी महोत्सव‘ का आयोजन किया. इस महोत्सव में बड़े और छोटे, सभी के लिए कई आयोजन हुए. बच्चों को कथक नृत्य का प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही कवि सम्मेलन भी आयोजित हुआ, जिसमें कवियों ने अपने रचनाओं श्रोताओं को सोचने पर बाध्य कर दिया. संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी के मुताबिक कुसमी महोत्सव के दौरान छात्र-छात्राओं को सात दिवसीय कथक नृत्य का प्रशिक्षण दिया गया. इस प्रशिक्षण को आयोजित करने का उद्देश्य जिले के बच्चों में कला और संस्कृति के प्रति रूचि बढ़ाने का उद्देश्य है.
महोत्सव में कथक नृत्य की ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुए उनका हौसला बढ़ाया गया. उधर कवि सम्मेलन में स्थापित नामों के साथ-साथ नई प्रतिभाओं को भी अवसर दिया गया. कुसमी महोत्सव में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, जिसमें सरगुजा अंचल के प्रसिद्ध कवियों एवं कवयित्रियों ने शिरकत की. उन्होंने अपनी कविताओं के जरिए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया. याद रहे कि बलरामपुर जनपद के वनांचल क्षेत्रों में कला और संस्कृति के क्षेत्र में संस्कार भारती संस्था लगातार काम कर रही है.