नई दिल्लीः राजधानी के आईटीओ स्थित हिंदी भवन में साहित्य प्रेमी मंडल के तत्वावधान में आयोजित ‘स्वरगंगा कवि सम्मेलन’ में प्रसिद्ध हास्य कवि मनोहर मनोज को ‘अल्हड़ बीकानेरी हास्य रत्न’, कवि योगेंद्र शर्मा को ‘साहित्य भारती सम्मान’ और गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र को ‘निरालाश्री सम्मान’ से सम्मानित किया गया. कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह की अध्यक्षता दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने की. मुख्य अथिति के रूप में सांसद और गायक मनोज तिवारी मौजूद थे. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि वह साहित्य प्रेमी मंडल संस्था को पिछले तीस वर्षों से जानते हैं. इस संस्था ने साहित्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है. सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि साहित्य समाज का आईना है और कवि और साहित्यकार समाज का मार्गदर्शन करने का काम करते हैं.

सम्मान समारोह के साथ ही हास्य कवि डॉ प्रवीण शुक्ल के संचालन में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन में डॉ बुद्धिनाथ मिश्र, मनोहर मनोज, योगेन्द्र शर्मा, पदम अलबेला और विनय विनम्र ने अपनी चर्चित कविताएं सुनाईं. डॉ प्रवीण शुक्ल की कविता भीष्म प्रतिज्ञा पर श्रोता समुदाय ने भरपूर दाद दी और उनकी ग़ज़ल ‘कैसे कह दूं कि थक गया हूं मैं, जाने किस-किस का हौसला हूं मैं’ को श्रोताओं ने भरपूर मन से सराहा. डॉ बुद्धिनाथ मिश्र का बेहद चर्चित गीत ‘एक बार जाल और फेंक रे मछेरे, जाने किस मछली में बंधन की चाह हो’ को श्रोताओं ने बहुत मन से सुना. इस अवसर पर आयोजक साहित्य प्रेमी मंडल के अध्यक्ष सूबे सिंह पराशर, उपाध्यक्ष राजेश कुमार, कोषाध्याक्ष निर्दोष शर्मा और साहित्य सचिव पीके आजाद ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया.