नई दिल्लीः हिंदी कथाकार सूर्यनाथ सिंह को साहित्य अकादमी के बाल साहित्य पुरस्कार 2023 के लिए चुना गया है. उन्हें हिंदी में बाल साहित्य पर की अपनी पुस्तक ‘कौतुक ऐप’ के लिए इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा. अंग्रेज़ी में यह पुरस्कार जानीमानी उद्यमी, समाजसेवी लेखिका सुधा मूर्ति को उनकी पुस्तक ‘ग्रैंडपैरेंट्स बैग ऑफ़ स्टोरीज़’ के लिए दिया जाएगा. पंजाबी के लिए गुरमीत कड़िआलवी की पुस्तक ‘सची दी कहानी’ एवं उर्दू के लिए स्व. मतीन अचालपुरी की पुस्तक ‘ममता की डोर’ को इसके लिए चुना गया है. साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में 22 बाल साहित्यकारों के लिए पुरस्कार अनुमोदित किए गए. इन पुस्तकों को त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए पुरस्कार हेतु चुना है. मणिपुरी भाषा में बाल साहित्य पुरस्कार की घोषणा बाद में की जाएगी तथा इस वर्ष कश्मीरी भाषा में बाल साहित्य पुरस्कार प्रदान नहीं किया गया है. ये पुरस्कार उन पुस्तकों से संबंधित हैं, जो पुरस्कार वर्ष के तत्काल पूर्ववर्ती वर्ष के अंतिम पांच वर्षों में अर्थात 1 जनवरी 2017 से 31 दिसंबर 2021 के मध्य प्रथम बार प्रकाशित हुई हैं. पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक तथा 50,000/- रुपए की सम्मान राशि, बाद में आयोजित होने वाले एक विशेष समारोह में प्रदान किए जाएंगे.

हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और उर्दू के अलावा जिस भाषा में जिस लेखक को उनकी कृति के लिए बाल साहित्य पुरस्कार घोषित किई गए हैं, उनमें असमिया के रॅथींद्रनाथ गोस्वामी को उनके उपन्यास ‘पोवालमोनि चिंचिंगर दुहक्षहक्षिक अभिज्ञान’ के लिए, बाङ्ला में श्यामलकांति दास को उनके उपन्यास ‘एरोप्लेनेर कथा’ के लिए, बोडो में प्रतिमा नंदी को उनके कहानी-संग्रह ‘नार्ज़ारी ग’ साइनि गोजोन नोजोर’ के लिए, डोगरी में बलवान सिंह को उनके कविता संग्रह ‘जमोड़िया कंजकां’ के लिए, गुजराती में रक्षाबहेन प्रह्लाद राव दवे को उनके कविता और कहानी संग्रह ‘हुं म्याउं तुं चूं चूं’ के लिए, कन्नड में विजयश्री हालादि को को उनके उपन्यास ‘सुरक्कि गेट’ के लिए, कोंकणी में तुकाराम को उनके उपन्यास ‘रामा शेट जाण’ के लिए, मैथिली में अक्षय आनंद ‘सन्नी’ को उनके कविता संग्रह ‘ओल कतरा, झोल कतरा’ के लिए, मलयाळम में प्रिया एएस को उनके उपन्यास ‘पेरूमाऴयते कुंजीथळुगल’ के लिए मराठी में एकनाथ आव्हाड को उनके कविता संग्रह ‘छंद देई आनंद’ के लिए, नेपाली में मधुसूदन विष्ट को उनके नाटक ‘बाल एकांकी नाटकहरू’ के लिए, ओड़िआ में जुगल किशोर षडंगी को उनके कहानी संग्रह ‘जेजेन्का गप गंथिलि’ के लिए, राजस्थानी में किरण बादल को उनके संस्मरण ‘टाबरां री दुनियां’ के लिए, संस्कृत में राधावल्लभ त्रिपाठी को उनके उपन्यास ‘मानवी’ के लिए, संताली में मानसिंह माझी को उनके कहानी संग्रह ‘नेने-पेटे’ के लिए, सिंधी में ढोलणु राही को उनके कविता संग्रह ‘वाङणमल जी शादी’ के लिए, तमिऴ में उदयशंकर को उनके उपन्यास ‘आदनिन बोम्मई’ और तेलुगु में डीके चादुवुल बाबु को उनके कहानी संग्रह ‘वज्राला वाना’ के लिए दिए जाएंगे.