नई दिल्ली: साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने आज मैथिली भाषा के लिए कवयित्री संस्कृति मिश्र के कविता-संग्रह ‘कहबाक अछि हमरा‘ को साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार 2023 देने की घोषणा की है. बिहार के दरभंगा में वर्ष 1994 में पैदा हुई संस्कृति ने अंग्रेजी साहित्य से एमए करने के अलावा एलएलबी की डिग्री हासिल की है. उनकी प्रकाशित कृतियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजराती कविता-संग्रह ‘आँख आ धन्य छे‘ का मैथिली अनुवाद ‘धनि ई आंखि‘ शामिल है. वे मैथिली-हिंदी की कवयित्री और अनुवादक हैं.
पुरस्कार का चयन निर्धारित नियमों और प्रक्रिया के अनुसार त्रिसदस्यीय चयन समिति आशा मिश्र, शिव कुमार झा एवं ताराकांत झा द्वारा की गई सिफ़ारिशों के आधार पर बहुमत से किया गया है. ज्ञात हो कि साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार किसी लेखक, जिसकी उम्र पुरस्कार-वर्ष में 1 जनवरी को 35 वर्ष से कम हो, की पुस्तक पर दिया जाता है. पुरस्कार विजेता को पुरस्कार-स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्र फलक तथा रु 50000 की राशि का चेक आगामी किसी तिथि में एक विशेष कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा. पिछले दिनों घोषित युवा पुरस्कार 2023 में मैथिली भाषा के लिए पुरस्कार घोषित नहीं किया जा सका था.