नई दिल्ली: भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की केंद्र सरकार की नीति के तहत प्रसिद्ध मराठी लेखक प्रो मिलिंद सुधाकर मराठे को नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. उन्होंने राजधानी स्थित एनबीटी मुख्यालय में न्यास के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार भी ग्रहण कर लिया. मराठे ने प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा का स्थान ग्रहण किया है. एनबीटी, इंडिया के निदेशक युवराज मलिक ने मुख्यालय में उनका स्वागत किया. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में एनबीटी के निवर्तमान अध्यक्ष प्रो गोविन्द प्रसाद शर्मा को उनके उत्कृष्ट नेतृत्व और संगठन के प्रति समर्पण की चर्चा के साथ उन्हें विदाई भी दी गई. प्रोफेसर मिलिंद मराठे एक शिक्षक और चर्चित लेखक हैं. वे पिछले तीन दशकों से भी अधिक समय से शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं. मराठे ने कई अकादमिक पुस्तकों का लेखन किया है. विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनके शोध पत्र प्रकाशित होते रहते हैं.
प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा ने एनबीटी के अध्यक्ष के रूप में चार साल अपनी सेवाएं दीं. वे 21 फरवरी, 2019 से 15 अगस्त, 2023 तक एनबीटी के अध्यक्ष के पद पर रहे. प्रो. गोविंद प्रसाद शर्मा ने महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय और कमलाराजा कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं. वे उच्च शिक्षा विभाग में ग्वालियर-चंबल डिविजन के अतिरिक्त निदेशक भी रहे हैं. प्रो. गोविंद प्रसाद शर्मा मध्य प्रदेश ग्रंथ अकादमी के निदेशक और मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. प्रो. मिश्र आधा दर्जन से अधिक अकादमिक पुस्तकों के लेखक हैं. याद रहे कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत जो अंग्रेजी में नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया के नाम से लोकप्रिय है की स्थापना 1 अगस्त, 1957 को शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी. वर्तमान में एनबीटी भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अधीन एक ऐसा प्रकाशन समूह है, जिसका उद्देश्य अंग्रेजी सहित सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं में कम लागत पर अच्छे साहित्य प्रकाशित करना है. नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला का आयोजन एनबीटी ही करता है. यह पुस्तक मेला एशिया का सबसे बड़ा पुस्तक मेला है. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास प्रतिवर्ष 14 से 20 नवम्बर तक ‘राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह‘ भी मनाता है.