नई दिल्ली: राष्ट्रीय कवि संगम ने रोहिणी स्थित एक सभागार में युवा कवि सम्मेलन का आयोजन किया. देवी सरस्वती के पूजन एवं दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम आरंभ हुआ. यह आयोजन जगदीश मित्तल के जन्मदिन के अवसर पर हर वर्ष आयोजित होता है. राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने मित्तल के कार्य को राष्ट्रीय जागरण की श्रृंखला हेतु महत्वपूर्ण बताया. डा हरिओम पवार ने उन्हें संत जगदीश परमार्थी संबोधित करते हुए कहा कि कवि न होते हुए भी कविता के माध्यम से उन्होंने राष्ट्र-जागरण तथा नवोदित कवियों के लिए जो अवसर प्रदान किया है, वह अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय है. रमेश अग्रवाल ने जगदीश मित्तल के संरक्षण को अपनी व्यक्तिगत प्रगति का आधार बताया तथा राष्ट्रीय कवि संगम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. डा नंदकिशोर गर्ग, सुदीप भोला ने अपनी वर्तमान उपलब्धियों का श्रेय मित्तल को दिया और बताया कि राष्ट्रीय कवि संगम का कार्य विश्व के बाइस देशों में चल रहा है तथा अन्य देशों में भी विस्तार हो रहा है. इस अवसर पर जादूगर सम्राट शंकर द्वारा अपनी जादू-कला का प्रदर्शन भी मंच पर किया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संस्थापक ट्रस्टी रमेश अग्रवाल को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत किया.
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में युवा कवियों ने ‘दस्तक नई पीढ़ी की‘ कवि सम्मेलन में समां बांध दिया. इस कवि सम्मेलन में रायपुर छत्तीसगढ़ से इशान शर्मा, फ़रीदाबाद हरियाणा से पुनीत पांचाल, पीलीभीत ब्रज से सरोज सरगम, दिल्ली से प्रशांत गुप्ता, कटक ओड़िशा से निहारिका सिंघी, बांदा बुंदेलखंड से सौम्या श्रीवास्तव, लोहरदगा झारखंड से आकाश गिरी, प्रयागराज से राष्ट्रीय कवि संगम काशी प्रांत के अध्यक्ष अटल नारायण, रीवा विन्ध्य से आशीष तिवारी, इंदौर मालवा से गोपाल गर्वित, बेगुसराय बिहार से निलेश नित्य और नाथद्वारा राजस्थान से गौरव पालीवाल द्वारा प्रभावी, संदेश परक और ‘राष्ट्र जागरण धर्म हमारा‘ की भावना पर आधारित कविता पाठ किया गया. कार्यक्रम के संचालक दास आरुही आनंद को ‘जगदीश मित्तल काव्य पुरस्कार‘ से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर विनीत गुप्ता, ज्ञान अग्रवाल, संजीव गोयल, सतीश गर्ग, सावित्री मलिक, डा अशोक बत्रा, महेश कुमार शर्मा, राजेश चेतन, अनिल अग्रवंशी, ईश्वर मित्तल, अश्विनी अग्रवाल, योगेंद्र शर्मा, प्रवीण शुक्ला, रसिक गुप्ता, विनोद मंगला, भुवनेश सिंघल, पीके आजाद, तपस अग्रवाल, धरम सिंह आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे.