राजकमल प्रकाशन 10 फरवरी से 14 फरवरी 2023 तक चंडीगढ़ के पंजाब कला भवन, सेक्टर 16 में ‘किताब उत्सव‘ का आयोजन करने जा रहा है। पांच दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में देशभर के कई दिग्गज साहित्यकार शामिल होंगे। इस दौरान राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित पुस्तकों के लोकार्पण होंगे और विभिन्न पुस्तकों और साहित्यिक व सांस्कृतिक विषयों पर परिचर्चा और बातचीत के तीन–तीन सत्र प्रति दिन आयोजित किए जाएंगे। उत्सव में राजकमल प्रकाशन समूह की पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। साथ ही स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी।
राजकमल प्रकाशन अपने 75वें वर्ष पर देश के विभिन्न शहरों में किताब उत्सव आयोजित कर रहा है। इससे पहले वाराणसी, भोपाल और पटना में ‘किताब उत्सव‘ का सफल आयोजन हो चुका है। चंडीगढ़ किताब उत्सव में हिन्दी के साथ–साथ पंजाबी और उर्दू के लेखक भी शिरकत करेंगे। इसमें साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता हिन्दी कवि बद्रीनारायण, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता उड़िया कवि गायत्री बाला पाण्डा, साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित अर्जुमंद आरा और भूपिंदर कौर प्रीत पाठकों से रूबरू होंगे। इनके अलावा किताब उत्सव में पीयूष मिश्रा, हरमिंदर सिंह बेदी, गुरुदेव सिंह सिद्धू, सुरजीत सिंह पातर आदि साहित्यकार सम्मिलित होंगे। इस दौरान अभिनेता–गीतकार पीयूष मिश्रा के पहले उपन्यास का लोकार्पण होगा। यह एक संस्मरणात्मक उपन्यास है।
चंडीगढ़ में आयोजित किए जाने वाले ‘किताब उत्सव‘ को लेकर राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने कहा, “देश की आजादी की पूर्वबेला में स्थापित राजकमल प्रकाशन अपनी शुरुआत से ही श्रेष्ठ पुस्तकों के जरिये समाज को बौद्धिक सांस्कृतिक रूप से उन्नत बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। पचहत्तर वर्ष के अपने सफर में हमने अपने तमाम पाठकों, लेखकों और शुभेच्छुओं के स्नेह सहयोग से अनेक उपलब्धियां हासिल कीं। इसके संतोष और अपने पाठकों, लेखकों और शुभेच्छुओं के विश्वास के बूते अब हम आने वाले पचहत्तर वर्ष के लिए अपने संकल्पों को साकार करने में जुटे हैं। हमारा संकल्प हर उम्र, हर वर्ग के लोगों तक देश–दुनिया का साहित्य पहुंचाना है। साहित्य से हमारा मतलब ज्ञान के लिए आवश्यक सभी विषयों और विधाओं की किताबें हैं।” उन्होंने कहा, “देश के विभिन्न शहरों में किताब उत्सव का आयोजन हमारे इसी संकल्प का हिस्सा है।“
पटना में 05 नवम्बर से 13 नवम्बर 2022 तक ‘किताब उत्सव‘ का आयोजन हुआ। नौ दिनों तक चले इस उत्सव में 15000 से अधिक पाठकों व पुस्तक प्रेमियों ने शिरकत की थी। पटना ‘किताब उत्सव‘ में आठ राज्यों के 75 से अधिक लेखकों का महाजुटान हुआ। वहीं बिहार के 40 से अधिक लेखक, रंगकर्मी, पत्रकार, राजनीतिकर्मी और संस्कृतिकर्मी इसमें शामिल हुईं। इस दौरान हर दिन चार से पाँच सत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में राजकमल प्रकाशन की नई पुस्तकों के लोकार्पण से लेकर विभिन्न ज़रूरी मुद्दों जैसे साहित्य, रंगकर्म, विमर्श, कश्मीर, काव्यशास्त्र, राजनीति, इतिहास आदि पर गोष्ठियों का आयोजन किया गया। पटना किताब उत्सव में प्रतिदिन एक हजार से अधिक पाठकों का आगमन हुआ।
इस शृंखला की शुरूआत भोपाल में 18 जुलाई 2022 से 25 जुलाई 2022 तक आयोजित सात दिवसीय किताब उत्सव से हुई। इसमें 10000 हजार से अधिक पाठकों का आगमन हुआ। वहीं बनारस में 12 सितम्बर 2022 से 18 सितम्बर 2022 तक पाँच दिनों तक आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी में भी हजारों की संख्या में पुस्तक प्रेमियों ने शिरकत की थी।